एमएलए पारसनाथ यादव के निधन की सूचना सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को होते ही उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त की। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने भी अपने राजनैतिक दिनों के साथी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राज्य मंत्री गिरीश चन्द यादव, पूर्व विधायक गुलाब चन्द सरोज, जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव, मोहम्मद हसन पीजी कालेज के प्राचार्य डा. अब्दुल कादिर खां, श्याम बहादुर पाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज, राकेश यादव, हेसामुद्दीन समेत जनपद के राजनीतिज्ञों ने पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुलायम सिंह यादव के रहा करीबी
पूर्व कैबिनेट मंत्री (Former Minister) पारसनाथ यादव पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे। मुलायम सिंह यादव जब मुख्यमंत्री थे तो पारसनाथ यादव मिनी मुख्यमंत्री कहे जाते थे। मुलायम सिंह यादव के परिवार से पारसनाथ यादव परिवार की नजदीकियां जग जाहिर थीं। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) बनाने के बाद से उन्होंने कभी मुलायम सिंह का साथ नहीं छोड़ा। लोग पारसनाथ यादव को शेरे पूर्वांचल भी कहते थे। हालांकि पार्टी की कमान अखिलेश यादव के हाथ में जाने के बाद पारसनाथ यादव का रसूख़ कुछ कम हुआ था।
दो बार जीत चुके लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav)
पारसनाथ यादव ने सन 1985 में पहली बार विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) लोकदल के बैनर तले बरसठी विधान सभा क्षेत्र से लड़ा। जीत दर्ज कर विधायक बने। इसके बाद कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। 7 बार विधायक और 4 बार प्रदेश सरकार में मंत्री रहे। 2 बार लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज कर देश की सर्वोच्च पंचायत में पहुंचे।