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गुरूजी का गोलमाल: दूसरे से पढ़ाई करवाकर खुद ले रहे थे वेतन, चार साल से नहीं गए थे स्कूल

locationजौनपुरPublished: Aug 05, 2018 12:10:17 pm

अपनी जगह दूसरे से ठेके पर नौकरी करवाने वाले शिक्षक का हुआ भांडाफोड़।

Azamgarh BSA Office

आजमगढ़ बीएसए कार्यालय

जौनपुर. जिले में गुरु घंटालों की कमी नहीं है। कई ऐसे भी सरकारी शिक्षक हैं जो स्कूलों पर किसी और को रख कर ग़ायब रहते हैं। सुइथाकला ब्लॉक स्थित प्राइमरी स्कूल के ऐसे ही एक शिक्षक को बीएसए डॉ राजेंद्र सिंह ने निलंबित कर दिया। आरोप है कि शिक्षक खुद तो इलाहाबाद रहते हैं और अपनी जगह किसी और से बच्चों को पढ़वाते हैं।
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दरअसल उपायुक्त मनरेगा कमलेश सोनी शनिवार को स्थानीय विकास खंड में पौधरोपण के बाद प्राथमिक विद्यालय सुकर्णाकलां पहुंचे थे। ग्रामीणों की शिकायत थी कि उक्त स्कूल पर तैनात प्रधानाध्यापक आते ही नहीं। उन्होंने अपनी जगह बसंत लाल नाम के एक व्यक्ति को रख दिया है और खुद इलाहाबाद में रह कर दूसरा कारोबार करते हैं। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीसी मनरेगा और सुइथाकला ब्लाक के बीडीओ गणेश मणि त्रिपाठी ने पता किया तो पता चला कि शिक्षक इंद्रबहादुर निवासी कम्मरपुर मौके पर नहीं हैं।
सहायक अध्यापक व अन्य लोगों ने बताया कि वह पिछले चार साल से विद्यालय पर नहीं आ रहे हैं। फर्जी तरीके से रखे गए बसन्तलाल द्वारा इन्द्रबहादुर सिंह की उपस्थिति लगाई जाती है। वही मिड डे मील व अन्य कार्यों को भी देखता है। इतना ही नहीं असली शिक्षक के स्थान पर फर्जी शिक्षक के पढ़ाने की जानकारी यहां तैनात रहे पूर्व के खंड शिक्षाधिकारी को भी बखूबी थी। इस पर उपायुक्त मनरेगा ने खासी नाराजगी जताई।
उन्होंने मौके से ही बीएसए डा. राजेन्द्र सिंह को फोन कर फर्जीवाड़े की सूचना देते हुए फर्जी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने और लापता शिक्षक को निलंबित करने का निर्देश दिया। बीएसए डा. राजेन्द्र सिंह ने बताया कि शिक्षक को निलंबित करते हुए दूसरे के स्थान पर पढ़ाने वाले को चिंहित करके उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। ऐसे अन्य शिक्षकों को भी चिन्हित किया जाएगा।
By javed Ahmad

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