गांव निवासी अजय का बेटा सोनू (14) अपनी मां के साथ दवा लेने रतनूपुर बाजार स्थित राधेश्याम सिंह की क्लिनिक गया था। वहां राधेश्याम ने उसे इंजेक्शन लगा दिया जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी। मुंह से झाग निकलने लगा। सूचना मिलते ही परिजन संग ग्रामीण क्लिनिक पहुंच कर हंगामा करने लगे। आनन-फानन में परिजन इलाज के लिए वाराणसी ले गए जहां उसकी मौत हो गई। शव को लेकर परिजन गांव पहुंचे तो तनाव फैल गया।
कुछ लोगों ने पूरी रात पंचायत कर सुलह समझौते का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। सुबह किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह मय फोर्स पहुंचे और शव को कब्जे में ले लिया। हालांकि तहरीर के लिए पुलिस को काफी इंतजार करना पड़ा।दोपहर बाद पिता ने तहरीर दी तब जाकर मुकदमा दर्ज हुआ।थानाध्यक्ष ने बताया कि मौत की वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है।