पहले तो भाजपा विधायक के प्रयास से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डा. सूर्यभान यादव के चाचा शिव प्रसाद यादव ने अपना नामांकन करने से इनकार कर दिया फिर बाद में प्रेमशीला के मैदान से हट जाने के बाद भाजपा के जीत की राह आसान हो गई। चौंकाने वाले राजनीतिक घटनाक्रम में समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशी प्रेमशीला यादव ने भी शुक्रवार को अंतिम समय में अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद मैदान में अकेली कविता वर्मा रह गई हैं। इसलिए उनके निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए जाने की एक तरह से औपचारिकता भर पूरी की जानी है। शनिवार को जिला मुख्यालय पर कविता वर्मा के निर्वाचन की घोषणा करने के साथ ही प्रमाणपत्र प्रदान किया जाना है।
बतादें कि भाजपा के विधायक रमेश मिश्रा की पत्नी संजू मिश्रा इसी ब्लॉक की वर्ष 2005 में प्रमुख चुनी गई थीं। उनका गृह क्षेत्र व लोगों में उनकी पकड़ देखकर ही पार्टी ने उन्हें सुइथाकला का चुनाव प्रभारी बनाया था। फिलहाल पार्टी के भरोसे को सार्थक करते हुए विधायक ने चौबीस घंटे के भीतर ही प्रमुख के निर्विरोध चुनाव की पूरी पटकथा लिख दी।
गौरतलब है कि मिथिलेश यादव ने वर्ष 2016 में हुए क्षेत्र पंचायत प्रमुख के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद 16 अप्रैल को ही पद की शपथ ली थी। इसे संयोग ही कहेंगे कि ठीक दो साल बाद 16 अप्रैल 2018 को अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद ही उन्हें पद से हटना भी पड़ा था।