पारिवारिक विवाद को मंगलवार की शाम को पुष्पा अपने कमरे में जाकर दरवाजा को अंदर से बंद कर लिया। जब कई घंटे तक विवाहिता ने दरवाजा नहीं खोला तो परिजन ने खटखटाना शुरू कर दिया। इसके बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर शराबा सुन आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। किसी तरह मकान के ऊपर चढ़कर खिड़की से अंदर देखा तो विवाहिता पंखे से साड़ी के सहारे झूल रही थी। घटना की सूचना ग्राम प्रधान ने नेवढ़िया पुलिस को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने नायब तहसीलदार अजय मौर्या को घटनास्थल पर बुला कर उनकी मौजूदगी में रूम का दरवाजा तोड़ा। भीतर गए तो यह देखा कि बेड पर विवाहिता की चार माह की दुधमुंही बच्ची आयुषी भी मृत पड़ी थी। पुष्पा का शव पंखे से लटक रहा था। पुलिस ने दोनों शव को घर से बाहर निकाला और आवश्यक कार्रवाई में जुट गई। वहीं ससुरालियों ने घटना की सूचना मायके वालों को दी। थानाध्यक्ष नेवढ़िया वंश बहादुर सिंह ने बताया कि पारिवारिक कलह को लेकर महिला ने अपने चार माह की दुधमुंही बच्ची का गला घोटकर खुद को फांसी लगा ली। मायके पक्ष से अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
BY- Javed Ahmed