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भिक्षा मांगने घर पहुंची साधुओं की टोली, महिला ने खुशी से कहा- ये तो 17 साल पहले खोया हुआ मेरा बेटा है

locationजौनपुरPublished: Mar 20, 2018 09:57:27 am

साधु टोली के एक सदस्य को अपना खोया हुआ बेटा प्रमोद बताकर पूछताछ करने लगी। सवालों का जवाब मिलने पर वह खुशी से शोर मचाने लगी।

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भिक्षा मांगने घर पहुंची साधुओं की टोली, महिला ने खुशी से कहा- ये तो 17 साल पहले खोया हुआ मेरा बेटा है

जौनपुर. केराकत कोतवाली पुलिस एक युवक को लेकर असमंजस में फंस गई थी। मामले के निराकरण के लिए उसने एसडीएम से मदद मांगी है। पर एसडीएम से भी मामला सुलझता नहीं दिख रहा था। पुलिस ने प्रमोद को अपनी निगरानी में कोतवाली परिसर में रख लिया है और जांच कर रही थी। केराकत कोतवाली क्षेत्र के पसेंवा गांव में आधा दर्जन साधुओं की टोली पहुंची है।
रविवार शाम को भोजन के लिए टोली घर-घर भिक्षा मांग रही थी। टोली जब गांव के कमला निषाद के घर पहुंची तो उनकी पत्नी ने टोली के एक सदस्य को अपना खोया हुआ बेटा प्रमोद बताकर पूछताछ करने लगी। सवालों का जवाब मिलने पर वह खुशी से शोर मचाने लगी। घर के अन्य सदस्य भी उसे पहचान गए। हल्ला गुल्ला सुनकर कमला के घर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।
इसकी खबर गांव में आग की तरह फैल गई, लेकिन टोली के अन्य सदस्यों ने इस बात से इनकार कर दिया कि, वह उनका बेटा है। वे उसे अपना बताकर ले जाने लगे। इसी बीच किसी ने कोतवाली पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुला लिया। यहां घण्टों पंचायत हुई लेकिन कुछ हल नहीं निकला। दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे। परेशान हो कर कोतवाल शशिभूषण राय ने एसडीएम मंगलेश दूबे को घटना से अवगत कराते हुए मामले में सहायता मांगी। एसडीएम ने मामले के निराकरण के लिए समय दिया पर वे इस मामले में लाचार दिखे।
मध्यान तक प्रमोद को अपना बेटा बताने वाले कमला ने बताया कि, करीब 17 साल पहले उनका बेटा घर से गायब हो गया था। मामले में प्रमोद के कभी हां कभी ना के जवाब से मामला उलझ गया था। पर मामले का निराकरण दोपहर बाद तब हो पाया जब युवक की पहचान राकेश पुत्र जनार्दन प्रसाद गोस्वामी निवासी सीतापुर (राघवपुरी) थाना -कर्वी,जिला-चित्रकूट के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि, राकेश शादीशुदा व तीन लड़कियों का पिता है। राकेश की शादी बांदा जिले के जटैली में हुआ है। जिस चारपहिया वाहन से साधुओं की टोली घूम रही थी उसे ट्रेस करने पर पता चला के वो राकेश के स्वसुर शोभा गिरी की है। सारे छानबीन के बाद राकेश को आवश्यक कार्रवाई कर दोनों पक्षों का बयान दर्ज करते हुए युवक को छोड़ दिया।
by जावेद अहमद

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