गांव निवासी इसराइल की बेटी मुस्कान (18) सौतेली मां अंजुम और सौतेले भाई के साथ रहती थी। शाम को परिवार के लोग खा-पीकर सोने चले गये। मुस्कान भी अपना कमरा बंद कर सो गई। सुबह जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो बाहर से आवाज लगाई गयी। अंदर से कोई हरकत न होने पर जोर जोर से दरवाजा पीटने पर आस पास के लोग भी जमा हो गये।
धक्का देकर दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर का नजारा देख सभी सन्न रह गये। मुस्कान का शव फंखे में साड़ी के फंदे के सहारे हवा में झूल रहा था। आनन फानन में फंदा काट शव को नीचे उतारा गया। घटना की सूचना होते ही मौके पर पहुँची पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया। गांव में तरह-तरह की चर्चा है।