न किसी की सिफारिश चली,न विरोध काम आया, कब्जों पर चला बुलडोजर
शहर में व्यापक स्तर पर अतिक्रमण हटाने के लिए शुरू हुई मुहिम
झाबुआ
Published: April 21, 2022 12:30:00 am
झाबुआ. शहर में पहली बार अतिक्रमण हटाने के लिए बुधवार को व्यापक स्तर पर मुहिम शुरू की गई। इस बार न तो किसी की सिफारिश चली न विरोध काम आया। हाथ जोड़कर मोहलत मांगने वालों को भी पहले से जारी किए नोटिस का हवाला देकर अधिकारियों ने चलता दिया। अवैध कब्जों पर बिना रुके बुलडोजर चलते रहें। शुरुआती असर ही ऐसा हुआ कि दूर- दूर तक बेजा कब्जा जमाए बैठे लोगों ने प्रशासन के अमले के पहुंचने से पहले ही खुद ब खुद कब्जे हटा लिए। दरअसल इस बार प्रशासन का पूरा फोकस शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने की तरफ है। लिहाजा नगर पालिका ने पहले अवैध गुमटी, हाथ ठेले, सारे कच्चे पक्के अवैध निर्माण को चिन्हित किया। इसके बाद लगभग 600 लोगों को नोटिस जारी किए गए। इसके अलावा अतिक्रमण हटाने के लिए नगर पालिका, राजस्व और पुलिस विभाग का एक संयुक्त दल भी गठित किया गया। उनके साथ विद्युत वितरण कंपनी के अमले को भी शामिल किया गया। बुधवार सुबह कॉलेज मार्ग से मुहिम शुरू की गई। इसके लिए चार जेसीबी, चार ट्रैक्टर, 100 से अधिक नापाकर्मी, 50 से अधिक पुलिसकर्मी और राजस्व विभाग का अमला लगाया गया। तहसीलदार आशीष राठौर, सीएमओ एलएस डोडिया और टीआई संजय रावत के नेतृत्व में सर्किट हाउस से लेकर कॉलेज तक के हिस्से में जितनी भी गुमटियां थी, उन सभी पर बुलडोजर चला दिया गया। न तो किसी को मोहलत दी और न बख्शा गया।
प्रशासन की अतिक्रमण हटाओ मुहिम का असर दूर तक हुआ। जब कॉलेज मार्ग से कब्जे हटाए जा रहे थे तो सज्जन रोड पर कब्रिस्तान के बाहर कब्जे जमाए बैठे लोगों ने खुद ही अपने कब्जे हटाने शुरू कर दिए।
महिलाएं बुलडोजर के आगे खड़ी हो गई तो युवक नीचे सो गया
सर्किट हाउस से कॉलेज मार्ग तक के हिस्से से अतिक्रमण हटाने के बाद बुलडोजर का रुख सर्किट हाउस के सामने से मेहताजी के तालाब की ओर जा रहे रास्ते की तरफ हो गया। इस हिस्से में तालाब के किनारे 9 लोगों ने अवैध कब्जे कर एक-एक कमरा ही बना लिया था। जब इन्हें हटाने के लिए बुलडोजर आगे बढ़े तो वहां रहने वाले लोग विरोध पर उतर आए। महिलाएं बुलडोजर के आगे खड़ी हो गई तो वहीं एक युवक उसके नीचे सो गया। विरोध कर रहे लोगों का कहना था चाहे कुछ भी कर लो हम नही हटेंगे। हम पर बुलडोजर चला दो, गोली मार दो या फिर जेल भेज दो, हम कहीं नहीं जाएंगे। एक युवक तो पत्थर लेकर सामने खड़ा हो गया और बुलडोजर चालक को बोलने लगा कि पीछे हटा। करीब आधे घंटे तक ये ड्रामा चलता रहा। आखिरकार सीएमओ एलएस डोडिया ने नगर पालिका की महिला कर्मचारियों को आगे बढऩे को कहा। वही महिला पुलिसकर्मी भी मैदान में आ गई। इसके बाद विरोध करने वालों को बलपूर्वक पीछे धकेला गया और अवैध कब्जों पर बुलडोजर चल पड़ा। देखते ही देखते तालाब के किनारे के सारे अवैध कब्जे ढहा दिए गए।

न किसी की सिफारिश चली,न विरोध काम आया, कब्जों पर चला बुलडोजर
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