अक्षय मुहूर्त में विवाह समारोह की धूम, सोना-चांदी खरीदी से दमका बाजार
मंदिरों में हुए धार्मिक अनुष्ठान , परशुराम जयंती पर किए भगवान के दर्शन
झाबुआ
Updated: May 04, 2022 12:15:05 am
झाबुआ. अक्षय तृतीया के अक्षय मुहूर्त पर शहर में सभी मंदिरों पर श्रद्धालुओं ने देव दर्शन, स्तुति , पूजन कर धर्म लाभ लिया। सभी शिव मंदिरों में जमकर भीड़ उमड़ी। कॉलेज मार्ग स्थित जगन्नाथ मंदिर में भगवान परशुराम प्राकट््य उत्सव धूमधाम से मनाया गया। यहां तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। आखिरी दिन अक्षय तृतीया पर लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया । शुभ महूर्त में जिले में लगभग 200 से अधिक शादियां हुईं।
सर्व ब्राह्मण समाज ने सुबह 8.30 बजे झाबुआ के गौरव शहीद पं. चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर आजाद चौक में माल्यार्पण किया। 9.30 बजे जगदीश मंदिर पर रूद्राभिषेक व शाम 5 बजे जगदीश मंदिर से भगवान परशुराम की शोभायात्रा निकाली , जिसमें पुरुष वर्ग सफेद वस्त्र व महिला वर्ग द्वारा लाल व पीला परिधान पहनकर शामिल हुए। शोभायात्रा का समापन भगवान परशुराम की महाआरती से हुआ । यहां कलाकार आशीष पांडे द्वारा भगवान परशुराम की 20 फीट लंबी आकर्षक रंगोली बनाई गई। शाम को उमेश पांडे, अभिषेक चतुर्वेदी, तन्मय नागर द्वारा सुमधुर सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी। यहां भंडारे का भी आयोजन किया गया। शाम को लोगों ने अपने घरों पर दीपक लगाकर रोशनी की। अक्षय तृतीया को दान का पर्व भी माना जाता है । सुबह स्नान के बाद जरूरतमंद लोगों को सामथ्र्य के अनुसार लोग दान करते नजर आए। कमलगट्टे की माला और फूल से भगवान लक्ष्मी नारायण की पूजा की और गरीबों को भोजन भी कराया।
जमकर खरीदी से बाजार हुआ गुलजार
अक्षय तृतीया पर खरीदारी करने बाजार में भारी भीड़ जमा हुई। माना जाता है कि इस दिन में खरीदारी करने से कई गुना फल मिलता है। अपने सामथ्र्य अनुसार लोगों ने सोने -चांदी के आभूषणों से लेकर पीतल और तांबे के बर्तनों की खरीदी की। इस दिन मकान -जमीन वाहन खरीदने के साथ शास्त्रों में इस दिन झाड़ू खरीदने का भी महत्व बताया गया है। इस दिन नए उद्योग धंधे स्थापित करने का भी महत्व है। ऑटो सेक्टर में बाइक, स्कूटी आदि की भी जमकर खरीदी हुई। लोग पहले से बुक कराए हुए बाइक व स्कूटी शुभ मुहूर्त में घर ले गए।
शोभन योग में किया दान-धर्म
पं. राजेश शर्मा ने बताया कि मंगलवार को सुबह 5.19 से 4 मई सुबह 7.33 तक अक्षय तृतीया का योग बना रहेगा। इस दिन रोहिणी नक्षत्र के साथ शोभन योग बन रहा है। जैन धर्मावलंबियों के लिए भी अक्षय तृतीया का महत्व होता है। इस दिन कोई भी शुभ काम किया जा सकता है, जैसे गृह प्रवेश मुंडन घर और गाड़ी खरीदना और विवाह किसी भी काम के लिए शुभ मुहूर्त नहीं देखा जाता।

अक्षय मुहूर्त में विवाह समारोह की धूम, सोना-चांदी खरीदी से दमका बाजार
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
