झाबुआ

सब्जी मंडी में फैली अव्यवस्थाओं से नाराज विक्रेताओं ने नगरपालिका का किया घेराव

-6 साल पहले सब्जी विक्रेताओं को नगर की प्रमुख सड़कों से हटाकर नेहरु बालोद्यान में शिफ्ट किया, लेकिन सुविधा के कोई इंतजाम नहीं किए

झाबुआDec 12, 2019 / 05:52 pm

kashiram jatav

सब्जी मंडी में फैली अव्यवस्थाओं से नाराज विक्रेताओं ने नगरपालिका का किया घेराव

झाबुआ. सब्जी मंडी में फैली अव्यवस्थाओं से नाराज सब्जी विक्रेताओं ने नगरपालिका का घेराव कर दिया। दोपहर 1 बजे के लगभग 50 से अधिक सब्जी विक्रेता नगर पालिका पहुंचे एवं सीएमओ के केबिन को घेर लिया। सब्जी विक्रेताओं को केबिन में बुलाकर सीएमओ ने दो दिन के अंदर सभी समस्याओं का हल करने का आश्वासन दिया, लेकिन मूल समस्या की तरफ ध्यान ना देते हुए सिर्फ साफ -सफाई एवं बैठक व्यवस्था दुरुस्त करने पर ध्यान देने के कारण बरसात में फिर से इन विक्रेताओं को वही पुरानी समस्याओं से जूझना पड़ेगा।
दरअसल बरसात का पानी भर जाने की वजह से सब्जी बाजार में 50 से अधिक विक्रेताओं को अपनी दुकान लगाने के लिए कोई स्थान नहीं रहता। यह सब्जी विक्रेता 4 महीने तक बेरोजगार हो जाते हैं। 6 साल पहले सब्जी विक्रेताओं को नगर की प्रमुख सड़कों से हटाकर नेहरु बालोद्यान में शिफ्ट किया गया। लेकिन नगर पालिका द्वारा सब्जी विक्रेता की सुविधा के कोई इंतजाम नहीं किए गए। यहां बरसात से बचने के लिए ना तो शेड लगाए गए हैं और ना ही जमीन को समतल कर दुकानें बनाई गई। सब्जी व्यापारी का कहना है कि नगरपालिका जमीन को समतल कर सब को एक समान दुकान वितरित कर दें लोग अपने खर्चे पर वहां अस्थाई दुकान बनाकर व्यापार कर लेंगे।
चार महीने से नहीं की सफाई-
थांदला निवासी गंगाबाई परमार, करड़ावद निवासी रंगाबाबू , पिपलिया निवासी कला महेश चावड़ा, धर्मपुरी निवासी केला पति कसू, डूंगराधन्ना निवासी भूरा प्रेमचंद , हत्यादेहली निवासी ललिता भारत सिंह, नवापाडा भंडारिया निवासी मुकेश, आमलीफलिया निवासी शारदा जामसिंह एवं शहर की नफीसा बी रईसा बी सुंदरबेन आदि ने बताया कि 4 महीने बाद सब्जी मंडी आकर साफ -सफाई की उसके बाद अपनी दुकान लगाई ।चार महीने से नगरपालिका वालों को यहां पर साफ सफाई करने के लिए कहते रहे, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। यहां व्यापार करने वाले अपने-अपने स्तर पर दुकान लगा रहे हैं। नेहरु बालोद्यान के अंदर गंदगी का अंबार है। यहां साफ -सफाई नहीं की जाती। सब्जी विक्रेताओं के लिए कोई स्थान नहीं है। दूसरे गांव से व्यापार करने आ रहे सब्जी विक्रेताओं को पहले गंदगी साफ करना पड़ती है। फिर उस स्थान पर वह सब्जी दुकान लगा रहे हैं। बाहर सड़क पर एवं मुख्य द्वार पर सब्जी विक्रेताओं ने दोनों और अपनी दुकानें सजा रखी है। इस कारण कोई ग्राहक अंदर लग रही दुकान तक नहीं आता। सबको अंदर दुकान लगाने के लिए कहा जाए।
लॉटरी के आधार पर आवंटित की थी दुकानें
दरअसल 2014 में तत्कालीन कलेक्टर बी चंद्रशेखर ने उपेक्षित पड़े चाचा नेहरु बालोद्यान के अंदर 100 से अधिक सब्जी विक्रेताओं को जगह दी। इन विक्रेताओं को यहां पर 10 बाय 10 की दुकान लॉटरी के आधार पर आवंटित की गई। तत्कालीन नगर पालिका ने लाखों रुपया खर्चा कर वहां पर सब्जी विक्रेताओं के बैठने के लिए प्लेटफॉर्म बनाया। पहली ही बारिश में बालोद्यान में बरसात का पानी भर जाने के कारण यह प्लेटफार्म उपयोग के लायक नहीं रहे। इसके बाद से सब्जी मंडी की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती रही।
सीएमओ एलएस डोडिया से सीधी बात-
प्रश्न -नपा के पास सब्जी विक्रेताओं को व्यवस्थित प्लेटफॉर्म बनाकर देने की कोई योजना है क्या?
जवाब- नहीं इस तरह की कोई योजना तैयार नहीं है।
प्रश्न – बरसात से सब्जी विक्रेताओं को बचाने के लिए कोई शेड लगाया जाएगा?
जवाब -नहीं अभी ग्राउंड समतल करके चूने की लाइन डालकर जमीन आवंटित की जाएगी।
प्रश्न-इस तरह तो बरसात में फिर से यही समस्या खड़ी हो जाएगी?
जवाब- हां वह तो हर बारिश में होता है।
प्रश्न-वर्तमान समस्याओं के लिए क्या प्लान है?
जवाब -अभी टीम भेजी है । सब्जी विक्रेताओं की मांग के अनुसार 2 दिन के अंदर साफ -सफाई हो जाएगी , गिट्टी मुरम डालकर भराव करने के बाद बाहर लग रही दुकानों को व्यवस्थित कर दिया जाएगा।
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