भगोरिया मेले में उमड़ी भारी भीड़, बच्चे, युवा, बुजुर्ग मस्ती में डूबे
झाबुआPublished: Mar 26, 2021 01:46:18 am
लोकपर्व में आदिवासी समाज के लोग भारी संख्या में शामिल होकर झूले-चकरी और खाद्य पदार्थों का लिया आनंद
भगोरिया मेले में उमड़ी भारी भीड़, बच्चे, युवा, बुजुर्ग मस्ती में डूबे
पारा . आदिवासी लोक संस्कृति का पर्व भगोरिया मेला होली के पुर्व एक सप्ताह तक अलग-अलग गांवो में लगने वाले हाट बाजार मे परंपरागत रुप से गुरुवार को पारा मे उत्साह व उल्लास के साथ भराया। वहीं कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का अभाव रहा।
सुबह से ही ग्रामीण अंचलों से युवक- युवतिया सज-धजकर अपने परंपरागत वेशभूषा के साथ आध्ुनिक परिधान मेआने लगे थे। दोपहर को भगोरिया मेला परवान चढा, अधिकांश युवक-युवतिया एक जैसे परिधान में थे। भगोरिया मेले मे उत्साह चरम पर था। हर कोई अपनी मस्ती में मस्त होकर भगोरिया मेले का मजा ले रहा था। वही कोविड 19 को लेकर जिला प्रशासन कि स्पस्ष्ट गाइड लाइन पूर्व से जारी नहीं होने से असमंजस कि स्थिति बनी रही , जिससे व्यापारियों ने समय, जहां सैकड़ों की तादाद में झुले चकरी व बच्चों के मनोरंजन के साधन लाए।वहीं पान, कुल्फी, आइस्क्रीम, सेव भजिए, मिठाई, चश्मे, नारियल माजम, कांकडी, खजुर, सौदर्य प्रसाधन के सामान, कपड़े आदि की दुकानें भी बड़ी मात्रा मे लगी थी। हर कोई भगोरिया की मस्ती मे नाचते-गाते कुर्राटी मारते हुए झुम रहा था। क्षेत्र के विभिन्न संगठनो ंव पंचायत ने पीने के पानी की व्यवस्था भरपूर रखी थी। वहीं मन्नतधारी भी भगोरिया मेले में पहुंचे। वहीं पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद था। पार चौकी प्रभारी श्याम कुमावत व एएसआई रमेश गेहलोत अपने दल-बल सहीत लगातार भगोरिया की सुरक्षा व्यवस्था का जयजा लेते रहे। दोपहर तीन बजे पुलिस ने भगोरिया में झूले चकरी विशेष आकर्षण का केन्द्र थे । हर कोई झूला झुलने के लिए लाइन में खडा था। झूला में झूलने का उत्साह जबरदस्त देखने को