दोनों युवकों के शव रोड पर खून से लथपथ होने से कुछ देर के लिए थांदला,खवासा-कुशलगढ़ मार्ग बाधित हो गया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए थांदला सामुदायिक चिकित्सालय पहुंचाया। इसके बाद मार्ग पर आवाजाही शुरू हुई। इसी बीच अफरा-तफरी का फायदा उठाकर दूसरा बाइक चालक वहां से भागने में सफल हो गया।
जंगली जानवर के हमले से महिला घायल
पेटलावद. शुक्रवार रात में 10.30 बजे के लगभग तारखेड़ी के ग्राम चंद्रगढ़ में जंगली जानवर ने हमला कर महिला को घायल कर दिया।
जानकारी के अनुसार महिला रमतू पति पेमा मचार निवासी चंद्रगढ़ अपने घर में सो रही थी। तभी अचानक रात में जंगली जानवर ने हमला कर दिया। महिला के पति पेमा मचार ने काफी मशक्कत के बाद जानवर को भगाया। जानवर के हमले से महिला के मुंह पर पंजे के निशान है तथा हाथ की एक अंगुली कटी है। महिला को रात में ही तत्काल पेटलावद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां महिला का उपचार किया गया। परिजन के अनुसार महिला पर हमला करने वाला जानवर बाघ है। इसके हमले से वह घायल हुई है। जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीणजन एकत्रित हो गए।
पूर्व में भी हुए हमले
पूर्व में भी बेत्र में जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों पर हमले किए जा चुके हैं। शुक्रवार रात में हुए हमले सहित अब तक बेत्र में 15 से अधिक ग्रामीणों पर जंगली जानवरों ने हमले कर चुके हैं। इसमें कई बार बाघ होने की बात कहीं गई, किंतु एक भी बार वन विभाग ने पुष्टि नहीं की। वन विभाग का कहना है कि जंगली जानवर लकड़बग्घा है. बाघ नहीं है।
बाघ एक बार दिखा था
बेत्र में कसारबडऱ्ी के जंगलों में एक वर्ष पूर्व बाघ दिखाई दिया था जो कि वन विभाग के कैमरे में भी आया था और उसके पग मार्क भी दिखाई दिए थे। इसके बाद से उसकी खोज काफी दिनों तक वन विभाग की टीम ने स्पेशल टीम बुलाकर की, किंतु कोई सफलता नहीं मिल पाई। इसके बाद अब पिछले दो माह से जंगली जानवर के हमले हो रहे हैं. किंतु वन विभाग इसे बाघ नहीं मान रहा।
पेटलावद. शुक्रवार रात में 10.30 बजे के लगभग तारखेड़ी के ग्राम चंद्रगढ़ में जंगली जानवर ने हमला कर महिला को घायल कर दिया।
जानकारी के अनुसार महिला रमतू पति पेमा मचार निवासी चंद्रगढ़ अपने घर में सो रही थी। तभी अचानक रात में जंगली जानवर ने हमला कर दिया। महिला के पति पेमा मचार ने काफी मशक्कत के बाद जानवर को भगाया। जानवर के हमले से महिला के मुंह पर पंजे के निशान है तथा हाथ की एक अंगुली कटी है। महिला को रात में ही तत्काल पेटलावद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां महिला का उपचार किया गया। परिजन के अनुसार महिला पर हमला करने वाला जानवर बाघ है। इसके हमले से वह घायल हुई है। जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीणजन एकत्रित हो गए।
पूर्व में भी हुए हमले
पूर्व में भी बेत्र में जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों पर हमले किए जा चुके हैं। शुक्रवार रात में हुए हमले सहित अब तक बेत्र में 15 से अधिक ग्रामीणों पर जंगली जानवरों ने हमले कर चुके हैं। इसमें कई बार बाघ होने की बात कहीं गई, किंतु एक भी बार वन विभाग ने पुष्टि नहीं की। वन विभाग का कहना है कि जंगली जानवर लकड़बग्घा है. बाघ नहीं है।
बाघ एक बार दिखा था
बेत्र में कसारबडऱ्ी के जंगलों में एक वर्ष पूर्व बाघ दिखाई दिया था जो कि वन विभाग के कैमरे में भी आया था और उसके पग मार्क भी दिखाई दिए थे। इसके बाद से उसकी खोज काफी दिनों तक वन विभाग की टीम ने स्पेशल टीम बुलाकर की, किंतु कोई सफलता नहीं मिल पाई। इसके बाद अब पिछले दो माह से जंगली जानवर के हमले हो रहे हैं. किंतु वन विभाग इसे बाघ नहीं मान रहा।