शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में जितने भी निजी व सार्वजनिक संस्थाओं में सुरक्षा की दृष्टि से जो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। उनसे पूरे क्षेत्र में निगरानी रखी जाएगी। लोगों से भी कहा गया है कि वे इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उनके सीसीटीवी कैमरे चालू हालत में हो। कैमरे के एंगल को एडजेस्ट करने पर विशेष ध्यान दिया जाए। ताकि अशांति फैलाने वाले तत्वों की वीडियो रिकार्डिंग उपलब्ध हो सके।
जिले में पुलिस बल की कमी को देखते हुए प्रशासन ने अभी से आबकारी उप निरीक्षक, आरक्षक और वनरक्षक की सूची भी तैयार की जा रही है। ताकि जरूरत पडऩे पर उन्हें सुरक्षा और कानून-व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए तैनात किया जा सके। सभी आदतन अपराधियों पर भी नजर रखी जाएगी। इसके अलावा राजस्व और पुलिस विभाग समन्वय कर बड़े कस्बों और संवेदनशील क्षेत्रों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च निकालेंगे। वहीं सार्वजनिक स्थानों, संवेदनशील क्षेत्रों, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में लोगों की आवाजाही और बसों में आने-जाने वाले यात्रियों की गतिविधियों पर निगाह रखेंगे।
सभी फायर ब्रिगेड को सुरक्षा की दृष्टि से सभी उपकरणों के साथ थानों-चौकियों में तैनात किया जाएगा। इससे आपातकालीन परिस्थितियों में आगजनी की घटनाओं पर शीघ्रता से नियंत्रण पाया जा सके। ग्राम पंचायतों में उपलब्ध पेयजल टैंकर का भी आपात स्थिति में उपयोग किया जाएगा। यदि उनमें मोटर पंप नहीं है तो पंचायत के आकस्मिक मद से मोटर पंप लगाए जाएंगे। सभी चिकित्सकों को भी अपने मुख्यालय पर रहने को कहा गया है ताकि आगजनी की घटनाओं के दौरान पीडि़त को तत्काल उपचार मिल सके।