बस स्टैंड पर प्रतिदिन डेढ़ सौ बसें पहुंचती है। प्रतिदिन 8 से 10000 हजार यात्री बसों में सफर करते हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर यहां पर पानी भी उपलब्ध नहीं है। बसें खड़ी करने के स्थान पर आवारा मवेशी का जमघट लगा रहता है। इससे यात्रियों में असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। यात्री प्रतीक्षालय के मुख्य द्वार पर दो पहिया वाहन की पार्किंग की जा रही है। बसों के खड़े रहने के लिए बनाए प्लेटफार्म पर हाथ ठेला लगाकर व्यापार किया जा रहा है। बस स्टैंड पहुंचने के लिए एकांकी मार्ग नहीं होने से बसों के सामने दोपहिया वाहन चालक आ चुके हैं, कई बार बस स्टॉफ से झड़प हो चुकी है। दोनों छोर पर फल बेचने वाले लोग व्यापार करते हैं। कभी भी वाहन के स्टेरिंग या ब्रेक फेल हुए तो बहुत बड़ा हादसा घट सकता है।
स्थानांतरित किया जाना चाहिए
मध्यप्रदेश चालक परिचालक जिला अध्यक्ष सोनू अली एवं प्रदेश संगठन मंत्री हाजी लाला ने बताया कि अतिक्रमण के कारण बस स्टैंड में अव्यवस्था फैल रही है। कुछ समय के लिए बस स्टैंड को विजय स्तंभ चौराहा अथवा दिलीप सिंह भूरिया प्रतिमा पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए।
अतिक्रमण मुक्त करने की योजना तैयार
&बस स्टैंड को अतिक्रमण मुक्त करने की योजना तैयार है। इसके लिए जरूरी आदेश सभी संबंधित विभागों जारी कर दिए हैं। जल्द ही यहां पहुंचने वाले मार्ग के दोनों ओर बैठे व्यापारियों को हटाया जाएगा।
-बीएस भिलाला, तहसीलदार