12 मार्च को कालीदेवी पुलिस ने तीन आरोपियों को डस्टर कार में शराब का अवैध परिवहन करते पकड़ा था। आरोपियों के पास एक देशी पिस्तोल भी थी। मामला कोर्ट पहुंचा, जहां से तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया था। वहीं इस मामले के सूत्रधार चौथे आरोपी राजगढ़ (धार) की अंग्रेजी शराब के ठेकेदार व नगर पंचायत पार्षद पुत्र सिद्धार्थ पिता महेश जायसवाल को पुलिस ने 19 मार्च को गिरफ्तार किया था। जिसे गुरुवार को जेल भेज दिया था। सूत्रों का कहना है कि आरोपी कोरोना का बहाना लेकर जेल से बाहर है। रसूख के गठजोड़ से राजगढ़ के पार्षद पुत्र को कोरोना के बहाने हवालात की सजा से बचाने की कवायद है।
सांस लेने में कोई तकलीफ नहीं हो रही
&मरीज को जेल से रैफर किया था। सर्दी जुखाम की शिकायत के चलते आइसोलेशन में रखा है। सांस लेने में कोई तकलीफ नहीं हो रही थी। इसलिए संभवत: कोरोना नहीं हो सकता। फिर भी सुरक्षा के मद्देनजर भर्ती किया।
-डॉ एमएस किराड़, जांचकर्ता चिकित्सक।
&मरीज को जेल से रैफर किया था। सर्दी जुखाम की शिकायत के चलते आइसोलेशन में रखा है। सांस लेने में कोई तकलीफ नहीं हो रही थी। इसलिए संभवत: कोरोना नहीं हो सकता। फिर भी सुरक्षा के मद्देनजर भर्ती किया।
-डॉ एमएस किराड़, जांचकर्ता चिकित्सक।
तीन सौ बंदी को देखते हुए निर्णय लिया
&18 मार्च को सिद्धार्थ मुंबई से आया था। सर्दी-जुकाम के 2 लोग थे। डॉक्टर ने चेकिंग कर रैफर किया। गार्ड के साथ अस्पताल में भेजने पर डॉक्टर ने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। अभी कोरोना की पुष्टि नहीं है, लेकिन हमने साढ़े तीन सौ बंदी को देखते हुए निर्णय लिया।–राजेश विश्वकर्मा , जेलर झाबुआ।
&18 मार्च को सिद्धार्थ मुंबई से आया था। सर्दी-जुकाम के 2 लोग थे। डॉक्टर ने चेकिंग कर रैफर किया। गार्ड के साथ अस्पताल में भेजने पर डॉक्टर ने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। अभी कोरोना की पुष्टि नहीं है, लेकिन हमने साढ़े तीन सौ बंदी को देखते हुए निर्णय लिया।–राजेश विश्वकर्मा , जेलर झाबुआ।