आक्रोषित किसानों ने सरकारी कर्मचारियों पर गोफन चलाए, प्रशासन ने स्थिति को काबू करने के लिए अश्रु गैस के गोले छोड़े, 27 करोड़ की लागत से बनेगा छात्रावास का भवन
थांदला. प्रशासन ने मोरझरी गांव में सरकारी जमीन पर पर खेती कर रहे ग्रामीणों की फसल को जेसीबी से नष्ट कर कब्जा हटाया। इस सरकारी जमीन पर 27 करोड़ रुपए की लागत से छात्रावास भवन बनना है।
अफसरों ने मोरझरी में सरकारी जमीन पर ग्रामीणों से खेती नहीं करने की समझाइश दी थी। फिर भी ग्रामीणों ने मक्का की फसल की बोवनी कर दी। इसलिए प्रशासन को सख्ती से जेसीबी मशीन से कब्जा हटाना पड़ा। कार्रवाई के विरोध में किसानों ने आक्रोश जताते हुए कर्मचारियों पर गोफन से पत्थर चलाए। इसके बाद एसडीएम एनएस दर्रो पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इससे ग्रामीण भाग खड़े हुए।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वे बरसों से इस जमीन पर खेती कर रहे हैं और उन्हें यहां जबर्दस्ती हटाया जा रहा है। जबकि इस जमीन से ही उनकी रोजी-रोटी चलती है। उधर प्रशासन का कहना है कि ग्रामीणों को सरकारी भूमि पर खेती नहीं करने के लिए कई बार समझाइश दी गई, लेकिन वे नहीं मान रहे थे और यह 18 एकड़ की भूमि शासन की है तथा यहां पर सरकारी छात्रावास निर्मित किया जाएगा। इससे आसपास के क्षेत्रों के बच्चों को पढ़ाई में सुविधा होगी।