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सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां

locationझाबुआPublished: Aug 10, 2019 12:44:52 am

विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर हुआ आयोजन, प्रभारी मंत्री बघेल दो घंटे देरी से आए, आदिम जाति कल्याण मंत्री शाम 6 .30 के बाद पहुंचे

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सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां

झाबुआ. विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री सुरेंद्रसिंह बघेल निर्धारित समय से दो घंटे देरी से पहुंचे। वहीं आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम शाम साढ़े 6 बजे के बाद आए। इसके पहले तक अधिकारी बार-बार उनके जल्द आने की घोषणा करते रहे। इस दौरान भीड़ को बांधे रखने के लिए लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति चलती रही।
कार्यक्रम की शुरुआत दोपहर 12 बजे से हो गईथी। मंच पर कांग्रेस नेताओं के साथ जयस और अन्य आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधि के साथ अधिकारी नजर आए। अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों के बीच नेताओं के भाषण भी होते रहे। मुख्य अतिथि के रूप में प्रभारी मंत्री सुरेंद्रसिंह बघेल व आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकारसिंह मरकाम को शामिल होना था। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रभारी मंत्री बघेल को दोपहर सवा 3 बजे पहुंचना था, लेकिन वे शाम को सवा 5 बजे पहुंचे। वहीं आदिम जाति कल्याण मंत्री मरकाम शाम 4 बजे आने वाले थे। जबकि शाम 6 .30 के बजे बाद आए। तब तक अधिकारी केवल यही बात दोहरा रहे थे कि मंत्रीजी जल्द हमारे बीच आने वाले हैं।कार्यक्रम में पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया, जोबट विधायक विधायक कलावती भूरिया, थांदला विधायक वीरसिंह भूरिया, जिला कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष रूपसिंह डामोर व हेमचंद डामोर, पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा, डॉ. विक्रांत भूरिया, जयस के लक्ष्मणसिंह डिंडोर आदि मौजूद थे।
पहली बार संयुक्त कार्यक्रम, बरसात के बावजूद दिखा उत्साह : पहली बार ऐसा हुआ कि प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आदिवासी समाज से जुड़े सभी संगठनों के प्रतिनिधि कार्यक्रम में नजर आए। पूरे दिन बारिश होती रही इसके बावजूद किसी के उत्साह में कमी नहीं आई। कार्यक्रम में स्थानीय छात्रावास के विद्याथर््िायों ने लोकगीत पर नृत्य की प्रस्तुति दी।बुराहनुपर से आए दल की प्रस्तुति सबसे आकर्षक रही।
रैली में तिरंगा लेकर निकले युवा

पेटलावद. विश्व आदिवासी दिवस पर बारिश होने के बावजूद भारी उत्साह देखा गया। विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी संगठनों ने सामूहिक रूप से जुलूस निकाला और सभा का आयोजन किया। जुलूस कॉलेज ग्राउंड से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्गों से होता गांधी चौक पहुंचा। विश्व आदिवासी दिवस पर निकाले जुलूस में हजारों की संख्या में आदिवासी भाई बहनों ने भाग लिया। आयोजन में कई आदिवासी युवतियां और युवक एक जैसी वेशभूषा में आए जो की विशेष आकर्षक का केंद्र रही।
आयोजन में जयस, अजाक्स, आकास, आदिवासी छात्र संगठन, भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा, जयस नारी शक्ति , भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा, भील प्रदेश युवा मोर्चा, जनपद पंचायत पेटलावद आदि का सहयोग हुआ। आयोजन में आदिवासी महापुरूषों पर आयोजित निबंध व भाषण प्रतियोगीता में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने वाले युवक-युवतियों को सम्मानित किया। इसके साथ ही संगठन द्वारा 2 हजार पौधे नि:शुल्क वितरीत किए गए।
जुलूस के पूर्व कॉलेज ग्राउंड पर सभा का आयोजन किया गया। इसमें हजारों की संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे। मंच पर बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, पूंजा राणा भील और डॉ.भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अतिथि विधायक वालसिंह मेड़ा, जनपद अध्यक्ष मथूरी निनामा और अधिकारी एसडीएम एमएल मालवीय, तहसीलदार जितेंद्र अलावा उपस्थित थे। इसके बाद सभी अतिथियों ने मंच से नीचे उतर कर सभी के साथ बैठ कर एक समानता का संदेश दिया। इसके साथ ही वक्ताओं ने उद्बोधन दिया। इसमें जयस जिला प्रभारी कांतिलाल भाबर, जयस अध्यक्ष पेटलावद रोशनसिंह सिंगाड़, जिला पंचायत सदस्य कलावती गेहलोत, विष्णु कमलकर, नंदलाल गामड़, भील प्रदेश युवा मोर्चा धर्मेद्र डामर, आकाश जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह मुणिया ने विचार व्यक्त किए।
स्वागत भाषण अजाक्स के अध्यक्ष कैलाश वसुनिया ने दिया। इस अवसर पर आयोजकों व आदिवासी समाज के अधिकारी-कर्मचारी संगठनों ने 5वीं और 8वीं की कक्षाओं को बोर्ड परीक्षा करने तथा आगामी आदिवासी दिवस 9 अगस्त 2020 को आदिवासी नायब टंट्या मामा भील की मूर्ति लगाने की मांग पर मेड़ा ने दोनो मांगों के लिए मुख्यमंत्री तथा विभागीय मंत्री से चर्चा कर मांग इसी सत्र में पूरी करने का आश्वासन दिया।
विधायक मेड़ा ने पौधरोपण पर जोर देते हुए दो हजार पौधों का नि:शुल्क वितरण किया। कार्यक्रम में आदिवासी समाज के वरिष्ठजन विभिन्न संगठनों के सदस्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। इसके पश्चात ढोल-ढमाकों व डीजे के साथ हजारों की संख्या में पुरूष व महिलाएं नारे लगाते हुए परंपरानुसार नाचते गाते रैली के रूप में निकले। इसके साथ ही आयोजन का विशेष आकर्षण रैली में तिरंगा ले कर चल रहे युवा रहे। इसके साथ ही कई आदिवासी भाई बहन हाथों में पौधे ले कर चल रहे थे। जो की मंच पर से दिए गए थे। प्रकृति के प्रतिक के रूप में दिए गए। जुलूस का नगर में विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम को सफ ल बनाने में दिलीप वसुनिया, पवन खराड़ी, दीपक ताड़, मुकेश गुंडिया, लालसिंह डामर, सुरेश भाबर, कपिल डामर, हिम्मत डामर का सहयोग रहा। संचालन अजाक्स अध्यक्ष कैलाश वसुनिया ने किया। आभार आदिवासी संगठन सरंक्षक पवन खराड़ी ने माना।
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