छात्रों के दो गुट फिर भिड़े, सभी को घर भेजा, अगले आदेश तक छात्रावास बंद
झाबुआPublished: Sep 22, 2022 02:00:48 am
पॉलीटेक्निक कॉलेज में फसाद: हालात बिगड़ते देख दल-बल के साथ पहुंचा प्रशासन, मशक्कत के बाद स्थिति नियंत्रित


छात्रों के दो गुट फिर भिड़े, सभी को घर भेजा, अगले आदेश तक छात्रावास बंद
झाबुआ. पॉलीटेक्निक कॉलेज के विद्यार्थियो के जिस विवाद के चलते झाबुआ एसपी को सीएम ने सस्पेंड किया वह अब भी नहीं थमा है। बुधवार सुबह एक बार फिर कॉलेज के छात्रावासमें दो गुट आमने-सामने हो गए। बात बढऩे पर नौबत मारपीट तक पहुंच हुई। घटना की जानकारी लगते ही पूरा प्रशासनिक अमला दल बल के साथ पॉलीटेक्निक कॉलेज पहुंच गया। काफी देर तक समझाइश के बावजूद बात नहीं बनी तो कॉलेज प्रबंधन ने सभी विद्यार्थियों को घर भेजने का निर्णय लिया। साथ ही होस्टल को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया।
सीनियर पर लगाया मारपीट का आरोप
पॉलीटेक्निक कॉलेज के होस्टल में करीब ढाई सौ छात्र रह रहे हंै। इनमें आलीराजपुर, धार, खरगोन, बड़वानी और मंडला के बच्चे शामिल हैं। बुधवार सुबह भी आलीराजपुर के छात्र सुरेंद्र सिंह रावत के साथ दूसरे सीनियर गुट के रोहित बड़ोले का विवाद हो गया। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और फिर से छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए और मारपीट करने लगे।
आसपास के थानों का बुलाया बल
इ सकी खबर लगते ही एसडीएम एलएन गर्ग, एसडीओपी बबिता बामनिया, तहसीलदार आशीष राठौर, टीआई संजय रावत के साथ आसपास के थानों से भी पुलिस बल पॉलिटेक्निक कॉलेज पहुंच गया। इस समय तक छात्रों का एक गुट होस्टल से बाहर निकल आया। एसडीएम और एसडीओपी सहित अन्य अधिकारी लगातार उनसे बात कर समझाने के प्रयास करते रहे, लेकिन छात्र 24 घंटे के लिए होस्टल में सुरक्षा इंतजाम किए जाने की बात को लेकर अड़े रहे।
अचानक उठकर होस्टल में चल पड़े छात्र, मुश्किल से संभाला
छा त्रों का एक गुट बाहर प्रशासन से बात कर रहा था तो दूसरा गुट अंदर होस्टल में था। इस बीच अचानक बाहर खड़े छात्र होस्टल में जाने लगे। उनका कहना था हम अपना सामान लेकर घर जाएंगे। ऐसे में अधिकारियों की भी सांस फूल गई। पुलिस बल ने छात्रों के एक गुट को होस्टल में जाने से रोका। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई।
एक छात्र ने डीआइजी को लगा दिया फोन
वि वाद के बीच होस्टल में 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराने के मुद्दे पर एक छात्र ने सीधे डीआईजी ग्रामीण चंद्रशेखर सोलंकी को फोन लगा दिया। उसका कहना था कि आपने वादा किया था कि कॉलेज में 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था रहेगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इसकी वजह से फिर विवाद हुआ और एक लडक़े को फिर मारा गया। डीआइजी ने अधिकारियों से बात कर व्यवस्था करवाने का आश्वासन दिया।
अनिश्चितकालके लिए छात्रावास बंद
ज ब विवाद का कोई हल निकलता नहीं दिखा तो कॉलेज प्रबंधन ने अनिश्चितकाल के लिए होस्टल बंद कर बच्चों को घर भेजने का निर्णय ले लिया। इसके लिए वाहन की व्यवस्था भी प्रशासन ने ही की। पहले एक गुट को होस्टल से बाहर निकाला गया। इसके बाद दूसरे गुट को घर भेजा। फिलहाल कॉलेज प्रबंधन अब समस्या के स्थाई समाधान के लिए प्लान बनाया जा रहा है।