scriptमरीजों के पीने का पानी सीएमएचओ, डॉक्टरों और एडीएम के बंगले पर सप्लाय हो रहा | Drinking water of patients being supplied to CMHO, doctors and ADM bu | Patrika News

मरीजों के पीने का पानी सीएमएचओ, डॉक्टरों और एडीएम के बंगले पर सप्लाय हो रहा

locationझाबुआPublished: Mar 18, 2020 12:44:41 am

Submitted by:

kashiram jatav

जिला अस्पताल : मरीज पानी के लिए तरस रहे, चार वॉटर कूलर में से दो बंद

मरीजों के पीने का पानी सीएमएचओ, डॉक्टरों और एडीएम के बंगले पर सप्लाय हो रहा

मरीजों के पीने का पानी सीएमएचओ, डॉक्टरों और एडीएम के बंगले पर सप्लाय हो रहा

झाबुआ. जिला अस्पताल में मरीजों के पीने का पानी मरीजों को छोडक़र सीएमएचओ, डॉक्टर, एडीएम एवं जेल परिसर में रहने वाले लोग अवैध कनेक्शन लेकर पानी पी रहे हैं। चिकित्सालय में मरीज एवं उनके परिजन पानी के लिए भटकने को मजबूर है।
तीसरी मंजिल से नीचे पानी लेने जा रहे मरीज एवं उनके परिजन ने बतायाकि वागलावाट का रहने वाला नाना वेसिया तीन दिन से खाना नहीं खा रहा था। तीसरी मंजिल भर्ती किया। सायन निवासी पूना पांच दिन से भर्ती है। ढेकलबड़ी रहने वाला नाथिया दो दिन पहले ट्रैक्टर से गिर गया था, उसे भी दूसरी मंजिल भर्ती किया। परिजन हीरू राधा और ज्योति ने बताया कि को दिन में दर्जनों चक्कर ऊपर से नीचे सिर्फ पानी लाने के लग रहे है। ऊपर माले पर पर्याप्त पानी नहीं होने के कारण यहां-वहां भटकना पड़ रहा है। जेल बगीचा से जाने वाली पाइप लाइन फूट रही है। बस स्टैंड से आ रही पाइपलाइन भी फूटी है। इसके कारण अस्पताल तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंचता। 1982 में अस्पताल बना तब 60 बेड क्षमता को ध्यान में रखते हुए पानी की टंकी बनाई थी। अब 40 सालों बाद प्रतिदिन यहां 400 से 500 मरीज का इलाज होता है। 40 साल पहले बनी टंकी अपर्याप्त है। कूलर भी अपर्याप्त हैं। कई बंद पड़े हैं।
जेल परिसर में भी अवैध कनेक्शन
जेल बगीचा के सामने ट्यूबवेल से अस्पताल में पानी पहुंच रहा है, लेकिन जेल के सामने से अवैध तरीके से पाइप लाइन से जोडक़र एडीएम के बंगले एवं जेल परिसर में सप्लाई करने से अस्पताल में पर्याप्त पानी नहीं पहुंच रहा है। बस स्टैंड पर ट्यूबवेल से अस्पताल में पानी पहुंचाने का प्रबंध किया था, लेकिन अवैध तरीके से कनेक्शन होने से अस्पताल में पानी नहीं पहुंच रहा।
डॉक्टर्स के घरों में अवैध कनेक्शन
अस्पताल आने वाले मरीजों के उपयोग के लिए बनी पानी की टंकी से डॉक्टर्स के घरों में अवैध कनेक्शन दिए हैं। हैरानी की बात है कि इन डॉक्टरों के घर पहले से ही पीएचई द्वारा पेयजल पाइप लाइन की सुविधा मौजूद है। इससे पर्याप्त पूर्ति हो रही है। इसके बावजूद डॉक्टरों के क्वार्टर में दो से तीन नल कनेक्शन है। कुछ वर्षों पहले अस्पताल में पानी की भीषण कमी को देखते हुए चिकित्सालय परिसर में डॉक्टर क्वार्टर के सामने एक बड़ी पानी की टंकी बनाई गई, लेकिन यहां मोटर लगाकर अवैध तरीके से सीएमएचओ एवं डॉक्टर के घर में पानी सप्लाय होता है। अस्पताल में कुछ वर्ष पहले नया ट्यूबवेल खनन किया था , जिस पर अब कंस्ट्रक्शन कंपनी का कब्जा है। ठेकेदार एवं उसके कर्मचारी यहां से पानी की सप्लाई कहीं और नहीं होने दे रहे हैं।
गर्मियों में पानी की किल्लत से इनकार नहीं
&अभी अस्पताल में पानी की समस्या नहीं है। हां गर्मियों में पानी की किल्लत से इनकार नहीं किया जा सकता। अभी तो सभी को आरओ वॉटर पिला रहे हैं। चारों वाटर कूलर चल रहे हैं। कभी-कभी पानी नहीं खत्म होने के कारण बंद हो जाते हैं लेकिन उन्हें तुरंत भर दिया जाता है। खाना बनाने के लिए भी आरओ वॉटर का उपयोग कर रहे हैं। कूलर बंद होने की भी कोई शिकायत नहीं मिली है।
-प्रेम डेनियल, स्टीवर्ट, जिला चिकित्सालय, आलीराजपुर
कोई अनाधिकृत कनेक्शन नहीं दें
&27 फरवरी को आवेदन देकर गर्मी में होने वाली किल्लत पर कलेक्टर का ध्यान खींचने की कोशिश की। 24 घंटे पानी उपलब्ध रहने वाला जेल बगीचा ट्यूबवेल एवं फव्वारा चौक पर लगे ट्यूबवेल से सीधी पाइप लाइन डालने के साथ पंचकर्म थेरेपी के सामने ट्यूबवेल पर मोटर लगाने की मांग की है। पानी की पूर्ति के लिए जेल बगीचा ट्यूबवेल एवं बस स्टैंड पर मौजूद ट्यूबवेल पर्याप्त है। बशर्ते यदि यहां से कोई अनाधिकृत कनेक्शन नहीं दिया जाए।–डॉ सावन सिंह चौहान, आरएमओ
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो