बिजली गुल, सीटी स्कैन के लिए 2 घंटे इंतजार, परेशान होते रहे मरीज
झाबुआPublished: May 27, 2023 12:11:43 am
विद्युत आपूर्ति बाधित होने से दाहोद जाने को मजबूर हुए मरीज


बिजली गुल, सीटी स्कैन के लिए 2 घंटे इंतजार, परेशान होते रहे मरीज
झाबुआ. नौतपा के दूसरे दिन वातावरण में बढ़ रही उमस से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, वहीं अस्पताल मैं विद्युत आपूर्ति करने वाली 33 केवी लाइन में मेंटेंनेंस के कारण बिजली बाधित रही, जिससे मरीजों की फजीहत हो गई।अधिकांश वार्ड में गर्मी और उमस से मरीज और उनके परिजन जूझते रहे।
5 घंटे बिजली बाधित, काम ठप
जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर स्थित झकनावदा क्षेत्र से मरीज गोपाल मिस्त्री सीटी स्कैन के लिए झाबुआ पहुंचे थे , लेकिन
दोपहर में अस्पताल में लाइट नहीं होने की वजह से सीटी स्कैन नहीं हो सका, मरीज दिनेश भूरा , काली नथिया , रवि वाखला ने
बताया कि सुबह साढ़े 10 बजे से लाइट गई जो 3 बजे बाद आई। इन 5 घंटों में मरीजों को गर्मी ने खूब सताया। एक्सरे भी नहीं हुआ , सोनोग्राफी भी नहीं हुई और सिटी स्कैन भी नहीं हो सके। कई गंभीर मरीज जिन्हे आज ही रिपोर्ट का इंतजार था, सभी दाहोद या
निजी अस्पताल में परीक्षण कराने चले गए।
गोपाल मिस्त्री ने बताया कि झकनावदा से यहां पहुंचे थे लेकिन यहां सीटी स्कैन भी नहीं हुआ ब्लड प्रेशर भी चेक नहीं हुआ, मजबूरन दाहोद जा रहे हैं। जिला चिकित्सालय में इतने सारे जनरेटर लगे हैं, जिससे 24 घंटे बिजली चालू रहे उसके बावजूद भी मरीज और उनके परिजन विद्युत कटौती से परेशान हो रहे हैं। इस संबंध में जब जिम्मेदारों को फोन लगाया तो किसी ने भी फोन नहीं उठाया। उपस्थित स्टाफ भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहा था। ग्रामीण अंचल से आए मरीज जिनके पास में इलाज के लिए पर्याप्त पैसा नहीं होता उन्हें कब तक इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।इस संबंध में जब अधीक्षण यंत्री सुखदेव मंडलोई से संपर्क किया तो संपर्क नहीं हो सका, एमपीईबी के कर्मचारी राजेश पांडे ने बताया कि माधोपुरा क्षेत्र में तेज हवा के कारण तार चिपक गए थे। जिससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई है। जिसे सुधारने का प्रयास किया जा रहा है ,लेकिन कुछ समय लगेगा। इस दौरान गेल कॉलोनी और हॉस्पिटल क्षेत्र प्रभावित रहेगा।
&विद्युत विभाग के मेंटेनेंस के चलते कुछ देर के लिए व्यवस्था प्रभावित हुई है। अस्पताल में अति आवश्यकता वाले सभी वार्ड में जनरेटर से बिजली पहुंचाई जा रही है। - सावन ङ्क्षसह चौहान, आरएमओ , जिला चिकित्सालय, झाबुआ ।