लोगों की सुविधा के लिए सुबह के वक्त दूध की घर पहुंच व्यवस्था की गई तो वहीं व्यापारी संघ के माध्यम से किराना भी पहुंचाया गया। इससे लोगों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा। इससे पहले तक लोगों को फल, सब्जी, किराना सामान व अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदी के लिए सुबह 6 से 10 बजे तक की छूट दी गई थी। इस दौरान देखने में आया कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैंं। ऐसे में संक्रमण का खतरा खड़ा हो गया था। बुधवार से संपूर्ण लॉक डाउन होने के बाद सुबह से ही शहर के बस स्टैंड क्षेत्र, मुख्य बाजार, राजबाड़ा चौक, राजगढ़ नाका आदि स्थानों पर सन्नाटा पसरा रहा। चूंकि लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। इसलिए प्रशासन ने दूध विक्रेताओं को सुबह के वक्त घर-घर तक दूध वितरित करने की अनुमति दे रखी थी। ऐसे में किसी तरह की दिक्कत नहीं आई। वहीं दोपहर में सकल व्यापारी संघ ने दो वाहनों के जरिए शहर के अलग-अलग वार्ड में जाकर आटा, दाल, चावल, तेल, शकर, नमक, चाय पत्ती, मिर्ची, राय, जीरा, हल्दी व दूध पावडर उपलब्ध कराया। चूंकि अभी नवरात्रि चल रही है तो लोगों की मांग पर नारियल व साबुदाना की व्यवस्था भी की गई।
इस व्यवस्था में व्यापारी संघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर के साथ अंकुश कांठी, जगदीशभाई बैंडवाले और इमरान ने अहम भूमिका निभाई। किराना सामान की घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराने के साथ ही व्यापारी संघ की ओर से लगातार यह मुनादी की गई कि लोग पक्षियों के लिए अपनी छत पर दाना-पानी का इंतजाम करें।
किराना सामान ऑर्डर से घर पहुंचाया
प्रशासन के निर्देश पर शहर के 44 किराना व्यापारियों की सूची उनके मोबाइल नंबर के साथ जारी की गई थी। इनमें से 30 व्यापारियों ने मोबाइल पर ऑर्डर लेकर लोगों के यहां घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराई। इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तो हुआ वहीं लोगों को भी किसी तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़ी।