मुलेवा ने बताया कि राखी के पूर्व हुई बारिश की लंबी खेंच के कारण फसल के फ्लावरिंग स्टेज के समय गर्मी होने के कारण जेएस 335 व 1025 किस्म के सोयाबीन में अधिकांश रूप से दाने नहीं भर पाए हैं। फसल निरीक्षण के दौरान खाता क्रमांक के साथ फसल के रकबा के अनुसार नुकसानी का पंचनामा बनाया जा रहा है।
जांच टीम बना कर सर्वे करवाया जाएगा
पेटलावद. सोयाबीन की फसल के लगातार खराब होने की शिकायत आने पर रविवार को एसडीएम हर्षल पंचोली स्वयं सारंगी क्षेत्र के किसानों के खेतों पर गए और वहां उन्होंने सोयाबीन की फसल की वास्तविक स्थिति का मुआयना किया और इसके साथ ही किसानों से भी चर्चा की।
किसानों ने अफलन और सोयाबीन के सूखने की समस्या एसडीएम के सामने रखी। किसानों ने बताया कि इस बार यह वायरस के रूप में बीमारी फैल रही है। कई जगह तो पौधा अच्छा है किंतु उस पर फलियां ही नहीं आ रही हैं। इस कारण उस फसल का किसान के लिए कोई महत्व नहीं रह जाता है। किसानों ने मांग की है कि सरकार तक किसानों के पब में रिपोर्ट भेज कर सोयाबीन की फसल का मुआवजा दिलवाया जाए। ताकि किसानों को नुकसान की भरपाई हो पाए। आज किसानों के पास अपना घर चलाने के लिए पैसा नहीं है। पेटलावद क्षेत्र में सर्वाधिक सोयाबीन की बुवाई होती है। किसानों से चर्चा कर एसडीएम ने आश्वासन दिया कि जांच टीम बना कर सभी जगह सर्वे करवाया जाएगा तथा जो रिपोर्ट आती है उस आधार पर कार्रवाई करते हुए किसानों के हित में फैसला लिया जाएगा।