बताया जाता है कि ग्राम खेड़ा निवासी पानसिंह के यहां गांव के मुनसिंह अमलियार की बेटी झब्बी आ गई थी। भील पंचायत में 4 लाख 30 हजार रु पए में निपटारा हुआ। इसमें से मुनसिंह को एक लाख 12 हजार रुपए दे दिए गए। बाकी रकम होली पर देने की बात हुई। इसी बीच नवरात्रि में झब्बी अपने मायके चली गई। जब पानसिंह उसे लेने गया तो घरवालों ने भेजने से मना कर दिया।
उन्होंने कह दिया कि अब तू झब्बी को भूल जाना और उसकी इज्जत के 50 हजार रुपए हमकों दे देना। पानसिंह घर लौट गया। वह परेशान हो गया और गत 12 अक्टूबर को कीटनाशक दवा पी ली। गंभीर हालत में घरवाले उसे कल्याणपुरा स्वास्थ्य केंद्र ले गए। यहां सेझाबुआ जिला अस्पताल रैफर कर दिया। उसे लेकर रवाना हुए लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
खाना बनाते समय जलने से महिला की मौत इधर दूसरी ओर अपने घर के अंदर कंडे जलाकर उसकी आंच पर दाल बाटी बना रही महिला की जलने से मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार मनावर के कहार मोहल्ले में 53 वर्षीय लताबाई घर पर अकेली ही थी तथा वह कंडों की आंच में दाल बाटी बना रही थी कि अचानक साड़ी में आग लग गई और उसकी जलकर मौत हो गई। जिस समय घटना घटित हुई उस दौरान घर पर कोई नहीं था। मृतका के पुत्र व पुत्री और पति मजदूरी करने के लिए बाहर गए हुए थे।
must read : दिवाली ‘लूट’ : ट्रेनें पूरी पैक, फ्लाइट के बराबर कर दिया बसों का किराया शाम को 5 बजे के लगभग घर आए तो पिता ने अपने पुत्र बबलू से पूछा तेरी मम्मी दिखाई नहीं दे रही है तो बबलू ने आवाज लगाई परंतु अंदर से कोई उत्तर नहीं मिला। अंदर जाकर देखा तो मां लताबाई जली हुई मृत पड़ी थी। उसे लेकर अस्पताल पहुंचे । उक्त आशय की रिपोर्ट मृतका के पुत्र बबलू ने पुलिस थाना मनावर मे दर्ज करवाई शव का पोस्टमार्टम कर शुक्रवार को परिजन को सौंप दिया गया । एसआई मनोज चौहान ने बताया कि मामले में मर्ग कायम किया गया है।