समारोह के दौरान विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी। इसमें लोक संस्कृति के अलग-अलग रंग नजर आए। पूरे कार्यक्रम के दौरान 6 प्रस्तुतियां हुई। इसमें से प्रथम शासकीय उत्कृष्ट संस्थान रहा। दूसरे स्थान पर शासकीय कन्या शिक्षा परिसर और तीसरे स्थान पर शासकीय उत्कृष्ट उमावि के विद्यार्थी रहे। सभी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री के संदेश वाचन के दौरान प्रभारी मंत्री बघेल तीन से चार बार अटक गए। कुछ शब्दों का सही उच्चारण करने में भी उन्हें परेशानी आई।
समारोह के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रभारी मंत्री ने प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया। खेल के क्षेत्र में धर्मेंद्र डामोर, कैलाश मेड़ा, विजय मेड़ा, पार्वती भूरिया, निधि त्रिपाठी, अंशिका डामोर व हितांशी गुप्ता को सम्मानित किया गया। इसी तरह अधिकारी-कर्मचारी वर्ग में प्राचार्य सविता गुप्ता, प्रहरी चंद्रभानसिंह चौहान व पवन कुमार नागर, खनिज सर्वेयर आलिशा रावत, डीएमए आनंद सिंगारे, सहायक यंत्री सुखदेव मंडलोई, पटवारी विनय परमार, भृत्य तखतसिंह नायक, जिला लोक सेवा प्रबंधक संत कुमार चौबे, सहायक लोक सेवा प्रबंधक एम अयाज शेख, सहायक शिक्षक हेमेंद्र कुमार जोशी, सहायक वर्ग-2 राघवेंद्रसिंह सिसौदिया, पटवारी खेमचंद मेड़ा, कोटवार पास्केल डामोर, प्राध्यापक डॉ. रवींद्रसिंह, व्या?याता लोकेंद्रसिंह चौहान, अजय कुशवाह व हरीश कुंडल, उपयंत्री संतोष कुमार तिवारी, पटवारी महेश खतेडिय़ा व लालसिंह गणावा, बीएलओ प्रेमसिंह नलवाया, रामसिंह चौहान व ज्योत्सना मालवीय और प्रभारी जमादार शंकरलाल बुच को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।