90 मौतों के जिम्मेदार व मुख्य आरोपी राजेंद्र कांसवा पर शिकंजा कसते हुए गिरफ्तारी की कोशिशें तेज कर दी है। कई टीमें गठित कर मप्र, गुजरात और महाराष्ट्र में दबिश दी जा रही हैं।
झाबुआ/पेटलावद/भोपाल। पेटलावद विस्फोट की जांच के लिए राज्य सरकार ने बुधवार को एक सदस्यीय जांच आयोग गठित किया। उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर्येंद्र कुमार सक्सेना को आयोग का अध्यक्ष बनाया है।
सरकार के अनुसार पेटलावद विस्फोट की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग तीन महीने (90 दिन) में रिपोर्ट सौंपेगा। इसका मुख्यालय इंदौर होगा। उधर, 90 मौतों के जिम्मेदार व मुख्य आरोपी राजेंद्र कांसवा पर शिकंजा कसते हुए गिरफ्तारी की कोशिशें तेज कर दी है। कई टीमें गठित कर मप्र, गुजरात और महाराष्ट्र में दबिश दी जा रही हैं।
आयोग की जांच के बिंदू
0 विस्फोट की परिस्थितियों और जिम्मेदार लोगों की जांच करेगा।
0 विस्फोटक संग्रहण या उपयोग के लाइसेंस पर विस्तृत रिपोर्ट देगा।
0 विस्फोटक सामग्री के अवैध संग्रहण की पूर्व शिकायतें जांचेगा
0 जिम्मेदार अधिकारी की भूमिका स्पष्ट करेगा।
0 घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके भी सुझाव देगा।
कांसवा की दुकानों की ली तलाशी
पुलिस और एसआईटी की टीम ने कांसवा के अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारकर लगभग 400 से ज्यादा डेटोनेटर छडें बरामद की हैं। बुधवार को पुलिस ने राजेंद्र, नरेंद्र और फूलचंद कांसवा की दुकानों के ताले तोड़कर तलाशी ली।
पत्नी-बच्चों को छोड़ा, भाइयों से पूछताछ
पुलिस ने राजेंद्र की पत्नी और बच्चों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया। हालांकि उसके दोनों भाई फूलचंद और नरेंद्र कांसवा से पूछताछ जारी है। एसपी जीजी पांडे ने बताया कांसवा की तलाश के लिए कई टीमें बनाई हैं, जो मप्र, गुजरात व महाराष्ट्र में तलाश रही हैं।
प्रदेश भाजपाध्यक्ष पर एफआईआर की मांग
पेटलावद ब्लास्ट अब भाजपा-कांग्रेस की राजनीति का अखाड़ा बन चुका है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान पर एफआईआर की मांग को लेकर कांग्रेस ने बुधवार को रैली निकाल झाबुआ कोतवाली का घेराव किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव भी पहुंचे। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने एसपी पांडे को शिकायत की है। ज्ञात रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने विक्रांत भूरिया के संबंध पेटलावद ब्लास्ट के आरोपी राजेंद्र कांसवा से होने की बात कही थी। भूरिया का कहना है फेसबुक पर जिस फोटो में विक्रांत और राजेंद्र कांसवा है, वह गलत है।