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खनिज रॉयल्टी चोरी से करोड़ों के राजस्व की लगाई चपत!

locationझाबुआPublished: Dec 07, 2017 03:48:21 pm

खनन के तरीके और पर्यावरण संरक्षण के लिए उचित प्रबंधन न करने पर खदान संचालकों को लगाई फटकार

mangnese mine
रंभापुर. चालू होने से ही विवादों से घिरी काजली डूंगरी की मैग्नीज खदान की जांच फिर से शुरू हो गई है। व्यापमं घोटाले के मुख्य आरोपित सुधीर शर्मा के भाई ब्रजेंद्र शर्मा की इस खदान की जांच करने के संबंध में आरोप है कि शर्मा बंधु खनिज रॉयल्टी चोरी कर सरकार को करोड़ों के राजस्व की चपत लगा चुके हैं।काजली डूंगरी खदान से उच्च ग्रेड के मैग्नीज का खनन करते हैं और रॉयल्टी निम्न ग्रेड की भरते हैं, मेघनगर विकासखंड के अंतर्गत आने वाली काजली डूंगरी मैग्नीज खदान में हो रहे खनन को लेकर भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने भारतीय खान ब्यूरो को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी।विवादित खदान का खुलासा पत्रिका ने किया था।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक की शिकायत पर भारतीय खान ब्यूरो के उप खान नियत्रंक आरआर डोंगरे, क्षेत्रीय कार्यालय भौमिक तथा खनिकर्म के भू. वैज्ञानिक ओपी गोपाल मंगलवार के बाद बुधवार को जांच के लिए मैग्नीज खदान पर पहुंचे। अधिकारियों ने खदान में खनन के तरीके और पर्यावरण संरक्षण के लिए उचित प्रबंधन न करने पर खदान संचालकों को फटकार लगाई।
आरोप है कि खदान संचालक अपने राजनीतिक रसूख के चलते खदान से उच्च ग्रेड के मैग्नीज का खनन करते हैं और रॉयल्टी निम्न ग्रेड की भरते हैं। इस कारण सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। खदान में ब्रेंचिग सिस्टम न होने पर अधिकारी नाराज हुए। वहीं यहां काम कर रहे मजदूरों को भी समुचित सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराने की भी बात सामने आई। इस मामले में जांच दल में सम्मिलित अधिकारी मीडिया से बचते रहे और देर रात तक खदान में जांच करते रहे। मगर इस जांच से शिकायतकत्र्ता संतुष्ट नहीं हैं। इस बारे में शिकायतकत्र्ता भाजपा जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक ने बताया, खदान पर नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एसआर फेरो अलाय द्वारा केन्द्रीय एव राज्य अधिनियमों की अनदेखी की जा रही है। वहीं खनिज को निम्न ग्रेड का बताकर रॉयल्टी जमा की जा रही है, लेकिन अगर मेग्नीज के नमूने की जांच की जाए तो हकीकत कुछ और होगी। खदान पर सुरक्षा के लिए भी कोई इंतजाम नहीं है।
इनका कहना है
“शिकायतकत्र्ता ने शिकायत की थी। उसके बाद जांच टीम मेघनगर आई और कलेक्टर के निर्देश पर गिरदावर और पटवारी को काजली डूंगरी खदान पर भेजा गया।”
बीएस निनामा, प्रभारी तहसीलदार
“हम अभी कुछ नहीं बता सकते हैं, जो भी कार्रवाई थी, उसका पंचनामा बनाकर दे दिया है।”
राय खेड़े, क्षेत्रीय प्रमुख भौमिक तथा खनिकर्म इंदौर

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