8 साल में भी आधुनिक बस स्टैंड के लिए जगह का चयन नहीं कर सका प्रशासन
झाबुआPublished: Sep 08, 2023 08:09:04 pm
-10 एकड़ जमीन की तलाश करने में गुजर गए 8 साल
-पुराने बस स्टैंड पर जगह की कमी से फैली अव्यवस्थाएं , ऑटो और ठेलागाडिय़ों वालों का अतिक्रमण , हादसे का खतरा


8 साल में भी आधुनिक बस स्टैंड के लिए जगह का चयन नहीं कर सका प्रशासन
झाबुआ. जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते झाबुआ के लोगों को सर्वसुविधायुक्त बस स्टैंड की सुविधा 8 साल बाद भी नहीं मिली है। अत्याधुनिक बस स्टैंड बनाने की योजना 2015 में प्रस्तावित की गई थी। इस बीच 5 कलेक्टर शोभित जैन, आशीष सक्सेना ,रोहित ङ्क्षसह , सोमेश मिश्रा , रजनी ङ्क्षसह के तबादले भी हो गए , लेकिन जनता को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत मिलने वाला अत्याधुनिक बस स्टैंड आकार नहीं ले सका। वर्तमान में झाबुआ बस स्टैंड पर कोई सुविधा नहीं है। यहां महिलाओं के लिए शौचालय भी नहीं है, पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। बेबी फीङ्क्षडग रूम , गेस्ट रूम और फूड जोन तो दूर की बात है यहां तो प्रतीक्षालय में प्रतीक्षा करने वालों के लिए पर्याप्त बैठक व्यवस्था भी नहीं है। साफ-सफाई का भी अभाव है। लाइट पंखे भी गायब है। रात-दिन आवारा कुत्तों का जमघट रहता है। बस स्टैंड पर रेड जोन में फुटकर व्यापारी व्यापार कर रहे हैं। बसों के आने और जाने वाले मार्ग पर हादसे की संभावनाएं बनी रहती है। यहां हो रहे हादसों के बावजूद भी प्रशासन ने व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
-किशनपुरी में चिन्हित की थी जगह