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मैदान में भरा गंदा पानी,कैसे बनें खिलाड़ी

locationझाबुआPublished: Oct 06, 2016 11:56:00 am

Submitted by:

vishwanath saini

भाजपा भले ही युवाओं की चिंता करने की बात कहती हो,लेकिन चूरू में ऐसा नहीं है।

कई बड़ी प्रतियोगिताओं का गवाह रहा राजकीय लोहिया कॉलेज का खेल मैदान आज गंदे पानी से लबालब हो गया है। हालत ये है कि इस मैदान में भरे गंदे पानी ने अब आस-पास के लोगों को जीना मुहाल कर दिया है। भाजपा भले ही युवाओं की चिंता करने की बात कहती हो,लेकिन चूरू में ऐसा नहीं है।
जानकारी के अनुसार वर्ष १९४५ में राजकीय लोहिया कॉलेज के निर्माण के समय ही खेल मैदान का निर्माण कराया गया था। उस समय इस मैदान पर सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक दलों के बड़े कार्यक्रम हो चुके हैं। अनेक बड़ी सभा यहां हो चुकी।लेकिन अब यहां सारी गतिविधियां बंद हो गई है। आरयूआईडीपी की ओर से गंदे पानी की निकासी के लिए पाइप डालकर मैदान को गंदा कर दिया है। ऐसे में चूरू के होनहार खिलाड़ी मैदान को तरस रहे हैं। लाखों रुपए खर्च कर इस मैदान का निर्माण किया गया था लेकिन यह बदहाली का शिकार है। आस-पास के घरों से निकलने वाला गंदा पानी भी खेल मैदान में ही एकत्रित हो रहा है। गौरतलब है कि कॉलेज प्रशासन ने लोहिया खेल मैदान में इण्डोर खेल स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव यूजीसी को भेजा था लेकिन इसका निर्माण यहां नहीं कराया जा सका। ऐसे में कॉलेज प्रशासन को मजबूर होकर लोहिया कॉलेज छात्रावास परिसर में इण्डोर स्टेडियम बनाना पड़ा।
हो भराव तो बने बात
काफी समय से गंदा पानी भरा होने से यहां दल-दल की स्थिति बन गई है। इसको दुबारा मूल स्वरूप में लाने के लिए करीब पांच से छह फीट तक मिट्टी के भराव की जरूरत है। इसके अलावा चार दीवारी को ऊंचा उठाने सहित मरम्मत कार्य किए जाने की जरूरत है।
लोहिया कॉलेज मैदान में काफी समय से गंदा पानी भरा हुआ है। इसके कारण यहां दल-दल की स्थिति बन गई है। इसको दुबारा मूल स्वरूप में लाने के लिए मिट्टी का भराव करना चाहिए।
पूनम, छात्रा
खेल मैदान के विकसित नहीं होने के कारण कॉलेज की खेल प्रतिभाओं को इधर-उधर भटकना पड़ता है। यदि खेल मैदान का विकास होता है तो खिलाडिय़ों को इसका लाभ मिलेगा।
सविता, छात्रा

खेल मैदान में दौड़ के लिए टै्रक बनाया जा सकता है। इससे यहां एथलेटिक्स के खिलाड़ी आसानी से तैयारी कर सकेंगे। दौड़ के लिए ट्रैक आसानी से बनाया जा सकता है।
अरमान, छात्र
विद्यार्थियों ने कई बार इस खेल मैदान को विकसित करने के लिए ज्ञापन दिया। धरना-प्रदर्शन भी किया लेकिन कॉलेज प्रशासन इसका विकास करने का मानस नहीं बना रहा।
तौफीक खान, छात्र, एमए


लोहिया कॉलेज मैदान में पानी भरा हुआ है। इसका विकास किए जाने की योजना है लेकिन पानी निकासी नहीं की जा रही है। इस संबंध में जिला प्रशासन को अवगत कराया जाएगा।
डा.एमडी गोरा, प्राचार्य, लोहिया कॉलेज, चूरू
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