फसल के बीच लगे 410 गांजे के पौधे जब्त, एक गिरफ्तार, एक फरार
झाबुआPublished: Nov 22, 2022 12:37:36 am
अवैध गांजे की फसल पर जिले में बड़ी कार्रवाई


फसल के बीच लगे 410 गांजे के पौधे जब्त, एक गिरफ्तार, एक फरार
झाबुआ/सारंगी. पिछले एक माह से पुलिस मादक पदार्थों के विरुद्ध कार्रवाई कर जगह-जगह दबिश दे रही है। सोमवार को पेटलावद की पुलिस टीम ने अवैध गांजे के विरुद्ध अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। पेटलावद ब्लॉक के सारंगी चौकी के अंतर्गत हनुमंत्या गांव में दो खेतों में कपास और तुवर की फसल में अवैध रूप से लगाया गांजा जब्त किया गया। इस दौरान पुलिस ने आरोपी पिस्सुलाल उर्फ पिछुलाल पिता खीमाजी मैडा (50) निवासी हनुमंत्या को गिरफ्तार किया है, जबकि अमरङ्क्षसह पिता लक्ष्मण गरवाल निवासी हनुमंत्या पुलिस को आता देख फरार हो गया। पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है। जब्त गांजे की कुल कीमत 95 लाख रुपए बताई जा रही है।
मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई
गौरतलब है कि प्रशासन ने इन दिनों शिक्षक से लेकर कोटवार , शांति समिति के लोगों , गांव के लोगों , प्रशासनिक अमला सभी को अवैध मादक पदार्थों की मुहिम में शामिल किया है। सोमवार को मुखबिर की सूचना पर चौकी सारंगी के साथ थाना पेटलावद की पुलिस टीम ग्राम हनुमंत्या पहुंची। जहां पिस्सुलाल मैड़ा के खेत के बीचो-बीच अवैध गांजे के पौधे संख्या 290 लगाए हुए मिले, जिनका वजन 6 ङ्क्षक्वटल 29 किलो कीमत लगभग 63 लाख रुपए थी। वहीं पास के अमरङ्क्षसह गरवाल के खेत के बीचो-बीच अवैध गांजे के 120 पौधे लगाए हुए मिले, जिनका वजन 3 ङ्क्षक्वटल 25 किलो, कीमत लगभग 32 लाख रुपए था। मामले में आरोपी पिस्सुलाल मैड़ा को गिरफ्तार किया गया। आरोपी अमरङ्क्षसह गरवाल पुलिस को आता देख भाग गया। दोनों के खेत से कुल 410 गांजे के पौधे जिनका कुल वजन 9 ङ्क्षक्वटल 54 किलो कीमत लगभग 95 लाख रुपए बताए गए। मामले में थाना पेटलावद में एनडीपीएस एक्ट में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
सबसे अधिक कार्रवाई पेटलावद ब्लॉक में की गई
पेटलावद ब्लॉक में पेटलावद, रायपुरिया, सारंगी ,झकनावदा ,बामनिया के अंतर्गत आने वाले सैकड़ों गांव में गांजे की खेती की जा रही है। पिछले एक माह से हो रही लगातार कार्रवाई में पेटलावद ब्लॉक के चौकी और थानों में गांजे की जमकर धरपकड़ की गई है। ङ्क्षचता की बात यह है कि जिस तरह अफीम और डोडा चुरा के लिए मंदसौर नीमच जिले कुख्यात हैं, उसी तर्ज पर जिले में गांजे की खेती बड़ी मात्रा में की जा रही है। किसानों को रबी और खरीफ कि फसल की तुलना में गांजे में ज्यादा कमाई दिखाई दे रही है, इसलिए किसान अवैध रूप से गांजे की खेती कर रहे हैं।