रामकृष्ण नगर में विभिन्न समाज की महिलाओं एवं बच्चों ने कोरोना वायरस से रोकथाम एवं जल बचाने का संदेश देते हुए धुलेंडी एवं रंग पंचमी पर एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर शुभकामनाएं देने के लिए गले मिलने एवं हाथ मिलाने की बजाय दोनो हाथ जोडक़र नमस्कार करते हुए बधाई दी। सभी ने एकजुट होकर संकल्प लिया कि हम कोरोना जैसी महामारी से डरने की बजाय, उसका डटकर सामना करते हुए शहर में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैलने देंगे। लोगों को खांसते-छींकते समय मुंह पर रूमाल या कपड़ा रखने, सामूहिक स्थानों पर जाने से परहेज करने, अनावश्यक यात्रा टालने एवं एक-दूसरे से हाथ मिलाने की बजाय नमस्कार कर सत्कार करने के लिए प्रेरित करेंगे।
सोमवार को चंद्रावती दसोंधी, कमला सोलंकी, आशा दसोंधी, ज्योति सोलंकी, निहारिका दसोंधी ने सामूहिक रूप से माता शीतला की पूजन करते हुए अपने घर-परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना करने के साथ उनसे शहर को कोरोना वायरस मुक्त रखने के लिए विशेष प्रार्थना की।
सोमवार को चंद्रावती दसोंधी, कमला सोलंकी, आशा दसोंधी, ज्योति सोलंकी, निहारिका दसोंधी ने सामूहिक रूप से माता शीतला की पूजन करते हुए अपने घर-परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना करने के साथ उनसे शहर को कोरोना वायरस मुक्त रखने के लिए विशेष प्रार्थना की।
राणापुर. शीतला सप्तमी पर्व पर टेकरी मैदान में स्थित शीतला माता मंदिर एवं चामुंडा माता मंदिर में रात्रि 12 बजे बाद पूजन के महिलाएं आने लगी। सुबह 4 बजे तक इतनी भीड़ हो गई कि पुलिस को गेट बंद करना पड़ा। कुछ महिलाओं की पूजा होने के बाद धीरे-धीरे सभी को आने दिया। सुबह भक्तों का तांता लगा रहा। माता पूजन कर ठंडा भोजन किया गया।
शीतला सप्तमी पर हरसौला मंदिर पर जैन, माहेश्वरी, लोहार, सोनी, माली, राठौर, सेन, ब्राह्मण एवं अन्य समाज की महिलाएं पूजन के मंदिर पहुंची। शाम को 4 बजे मेला भराया। इसमें पहुंचे लोगों ने झूले-चकरी का आनंद लिया।
शीतला सप्तमी पर हरसौला मंदिर पर जैन, माहेश्वरी, लोहार, सोनी, माली, राठौर, सेन, ब्राह्मण एवं अन्य समाज की महिलाएं पूजन के मंदिर पहुंची। शाम को 4 बजे मेला भराया। इसमें पहुंचे लोगों ने झूले-चकरी का आनंद लिया।