
Seeking compensation by keeping the dead body in the bus for 4 days
झाबुआ. सडक़ हादसे में मौत का हर्जाना वसूलने के लिए ग्रामीणों ने एक बस को बंधक बना लिया है। चार दिन से बस में शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर बस को मुक्त करवाने की कोशिश की लेकिन मामला नहीं सुलझा। शनिवार को भी ग्रामीण शव को बस में रखकर मौके पर डटे रहे। चार दिन पुराना शव होने से अब उसमें दुर्गंध भी आने लगी है।
काकनवानी क्षेत्र के व_ा गांव में रहने वाले 20 वर्षीय सबीर पिता बादू डामोर की बुधवार को वड़ोदरा के निकट सडक़ हादसे में मौत हो गई थी। गांव से गुजर रही एक बस को ग्रामीणों ने रोक लिया, उसमें शव रखकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। बुधवार से ही बस ग्रामीणों के कब्जे में है। बस मालिक राज सिंह पारगी ने बताया कि कुछ लोगों ने काकनवानी से सूरत चलने वाली बस रोककर शव को 19 जनवरी से रख दिया है और बस के अंदर से शव नहीं हटा रहे। यह लोग पुलिस के हस्तक्षेप के बावजूद अपनी बात पर अड़े हुए हैं। मौत के मुआवजे के लिए बस को बंधक बना लिया है। बस मालिक के अनुसार हादसा गुजरात के वड़ोदरा के आसपास हुआ था। वाहन भी उनका नहीं था, लेकिन बेवजह उनकी बस को टारगेट किया जा रहा है।
हादसे में दो लोगों की मौत
मृतक के गांव में रहने वाले राजू ने बताया कि इस हादसे में दो लोगों की मौत हुई है। इसमें से एक गांव में रहने वाला 20 वर्षीय सबीर पिता बादू डामोर है, जिसके 3 माह पहले ही शादी हुई थी। इस हादसे में एक बाइक वाला भी चपेट में आया था। जानकारी मिली है कि उसकी भी मौत हो चुकी है। एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि हादसे में मरने वाले पक्ष का आरोप है कि गुजरात में इन्हीं की बस से हादसा हुआ है। इसलिए उन्होंने बस रोककर शव रखा है। पुलिस दोनों पक्षों को समझाने का काम कर रही है।
ये है मामला
काकनवानी से 10 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम वठा में बस खड़ी करवाई है। मृत्यु उपरांत गुजरात पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम करवाया एवं लाश परिजन को सुपुर्द किया। बड़ौदा से लाश को लाकर परिजनों ने मुआवजा के लिए काकनवानी से वड़ोदरा चल रही बस को ग्राम व_ा में रोककर लाश को बस में रख दिया। एक्सीडेंट का आरोप लगाकर बस को कब्जे में कर लिया।
Published on:
23 Jan 2022 05:10 pm
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