झाबुआ. शहर सहित समीपस्थ अंचल में गुरुवार रात व शुक्रवार सुबह कड़ाके की ठंड रही। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान घटकर 5.8 डिग्री पर पहुंच गया। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार तापमान इससे और कम हुआ तो फसलों पर पाला पडऩे की आशंका है। पहले से पानी के अभाव में जैसे-तैसे फसलों को बचाने में जुटे किसान पाला पडऩे की आशंका से और चिंतित हो गए हैं।
गुरुवार रात व शु़क्रवार सुबह पड़ी हाड़तोड़ ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों के साथ ही अलाव तापते नजर आए। वहीं दोपहर में ठंडी हवा चलने से वातावरण ठंडक भरा रहा। लोगों को दिनभर धूप सुहाती रही। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को फसलों को पाले से बचाने के लिए खेतों के आसपास धुआं करने की सलाह दी है। खरीफ फसल तबाह हो चुकी है। रबी फसल में कई किसानों के गेहूं व अन्य फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। ले देकर चना बचा है। उसमें भी पाले की आशंका ने किसानों को परेशान कर दिया है। किसान फसल की देखरेख करने में लगे हैं।
पाला पड़ सकता है
तापमान और कम हुआ तो पाला पडऩे की आशंका है। किसान इसके बचाव के लिए तैयार रहें।
डॉ. आरके त्रिपाठी, मौसम वैज्ञानिक