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साढ़े 13 करोड़ की नल-जल योजना, फिर भी गंदा पानी पीने को लोग मजबूर

locationझाबुआPublished: May 13, 2019 09:55:33 pm

नगर की पुरानी टंकी के पास 4 टैंक बना दिए। वहां फिल्टर के नाम लोगों दूषित पानी दिया जा रहा है

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साढ़े 13 करोड़ की नल-जल योजना, फिर भी गंदा पानी पीने को लोग मजबूर

राणापुर. नगर परिषद द्वारा जनता को तालाब का गंदा पानी दिया जा रहा है। इसको लेकर लोगों में नाराजगी है। आलम यह रहा मार्च में ही मोदसागर डेम का पानी खत्म हो गया। बलदिमाल बैराज से हजारों फीट पाइप डालकर पानी दिया। अब नगर परिषद द्वारा मातासुल तालाब का गंदा पानी लोगों पिलाया जा रहा है। नगर की पुरानी टंकी के पास 4 टैंक बना दिए। वहां फिल्टर के नाम लोगों दूषित पानी दिया जा रहा है। नपा परिषद द्वारा दूषित पानी के सप्लाय के बाद लोग आरओ प्लांट की मांग कर रहे हैं। प्लांट के ये हालात है कि मांग ज्यादा होने प्लांट वाले भरपाई नहीं कर पा रहे हैं।

करोड़ों की योजना अधर में लटकी
मध्यप्रदेश शासन द्वारा नगर में जल की समस्या नही इसके लिए 13 करोड़ 50 लाख की योजना स्वीकृत की थी। योजना काम पूरा हो गया 2 साल हो गए। इसके बाद भी आम जनता को गंदा पानी पीना पड़ रहा है। नगर परिषद की बेरुखी के कारण नवीन फिल्टर बना हुआ उसे चालू नहीं किया गया। लोग शुद्ध पानी के लिए इधर उधर भटक रहे हैं।
बारिश में रही देरी तो मच जाएगा हाहाकार
अभी मातासुला पानी पुरानी टंकी लेकर वितरित किया जा रहा है। मातासुला तालाब में भी करीब 20 से 30 दिन का पानी बचा है। अगर बारिश आने कुछ देरी हुई तो नगर में हाहाकार मच सकता है। परिषद की लापरवाही लोगों वाह वाही के चक्कर में आम जनता परेशानी का सामना कर रही है।
सुनवाई नहीं होती है
&नगर में पानी दूषित आ रहा है। नपा में कई शिकायत की। कोई सुनवाई नहीं होती। क्या हमने उस लिए इन पार्षदों, अध्यक्ष को चुनकर भेजा कि वह जनता को परेशान करेें।
-दामोदर पंचाल, रहवासी
सफेद झाग भी है
&पानी इतना मटमैला आ रहा है पी नहीं सकते। बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी में सफेद झाग है। बदबू भी मार रहा है। जैसे साबुन का पानी हो।
– रागिनी अग्रवाल, गृहणी।
निराकरण दो से तीन तीन में कर दिया जाएगा
&पानी की समस्या का निराकरण दो से तीन तीन में कर दिया जाएगा। मोदसागर का पता रहता है कि कितनी एलम ब्लीचिंग लगेगी। मातासुल का पता नहीं चला । इसलिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। समस्या का निराकरण कर दिया जाएगा।
कमलेश गोले, सीएमओ नप
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