भगोरिया पर्व को लेकर अलग-अलग मत
प्रारंभिक तौर पर पर्यटन विभाग द्वारा भगोरिया उत्सव को प्रमोट करने के अपने निर्णय को बदलने की जो वजह सामने आई है। इसके अनुसार लोक संस्कृति के उत्सव भगोरिया को प्रणय पर्व बताना है। यह भी कहा जाता है कि इस त्योहार के दौरान लडक़ा अपनी पसंद की लडक़ी को पान खिलाकर और गुलाल लगाकर प्रणय निवेदन करता है। यदि लडक़ी की स्वीकृति होती है तो वह उसे अपने साथ भगाकर ले जाता है। आदिवासी समाज से जुड़े संगठनों को इस बात पर ही आपत्ति थी। उनका कहना है कि भगोरिया पर्व उल्लास और उमंग का पर्व है न कि प्रणय पर्व। इस मुद्दे को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित होने लगी तो पर्यटन विभाग ने उत्सव को प्रमोट करना बंद कर दिया।
इस साल भगोरिया उत्सव की शुरुआत 14 मार्च से होगी। झाबुआ जिले में 36 तो आलीराजपुर जिले में 24 स्थानों पर मेले लगेंगे। जहां आदिवासियों की अल्हड़ता और सांस्कृतिक विरासत की विपुलता का सम्मिलित समारोह नजर आएगा। ढोल-मांदल की थाप के साथ थाली की खनक पर लयबद्ध थिरकन करते आदिवासी युवाओं की टोलियां उत्सव के उत्साह का प्रकट करती दिखेगी।
झाबुआ-आलीराजपुर जिले में कब, कहां लगेंगे भगोरिया मेला
14 मार्च: पारा, हरिनगर, सारंगी, समोई, चेनपुरा, फूलमाल, सोंडवा, जोबट
15 मार्च : भगोर, बेकल्दा, मांडली, कालीदेवी, कट्ठीवाड़ा, वालपुर, उदयगढ़
16 मार्च : मेघनगर, राणापुर, बामनिया, झकनावदा, बलेड़ी, नानपुर, उमराली
17 मार्च : झाबुआ, ढोलियावाड़, रायपुरिया, काकनवानी, छकतला, सोरवा, आमखूंट, झीरण, कनवाड़ा, कुलवट
18 मार्च : पेटलावद, रंभापुर, मोहनकोट, कुंदनपुर, रजला, बेड़ावा, आलीराजपुर, चंद्रशेखर आजादनगर, बड़ागुड़ा
19 मार्च: पिटोल, खरड़ू बड़ी, थांदला, तारखेड़ी, बरवेट, बखतगढ़, आंबुआ, अंधारवड़,
20 मार्च : उमरकोट, माछलिया, करवड़, बोड़ायता, कल्याणपुरा, मदरानी, ढेकल, चांदपुर, बरझर, बोरी, खट्टाली
जिले के प्रभारी मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने विभागीय अधिकारियों को आदेश दिए कि इस बार कम वर्षा को देखते हुए जहां भी बोरिंग, पंप, पाइप की आवश्यकता हो, इसके लिये मांग लिखित में देने के लिए ईई पीएचई को निर्देश दिए। डिमांड भेजने से पहले संबंधित क्षेत्र के विधायक से चर्चा करने के निर्देश दिए तथा जहां भी हेंडपंप लगे हैं या नहीं, वहां की लिस्ट बताने के लिए ईई पीचई को निर्देशित किया।
देवझिरी से झाबुआ तक मार्ग का निर्माण कार्य लेकर पूरा नहीं करने वाले ठेकेदार को ब्लेक लिस्ट करने के निर्देश ईई पीडब्ल्यूडी को दिए। निर्माण एजेंसियां पीआइयू, पीडब्ल्यूडी, पीएम सडक संबंधित विधायक के साथ समन्वय कर के निर्माण कार्य करवाए। झाबुआ कॉलेज के खेल मैदान का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करवाएं। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देश दिए कि जिले में संचालित छात्रावास/आश्रमों के अधीक्षकों की सूची उपलब्ध करवाएं। फूड विभाग की समीक्षा के दौरान खाद्यान्न पर्ची वितरण के संबंध मे फूड अधिकारी एवं सीएमओ नगरीय निकाय को निर्देश दिए की कोई भी परेशानी हो, तो तुरंत कलेक्टर एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों को बताएं। जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले की हर दुकान पर उसके खुलने का दिन एवं समय स्पष्ट अंकित करवाया जाए और नई दुकानें आवंटन की प्रक्रिया के समय क्षेत्र के विधायक से समन्वय अवश्य करें। मध्याह्न भोजन योजना की समीक्षा के दौरान स्कूलों में बच्चों को मीनू अनुसार नियमित भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करे। जो समूह नियमानुसार नियमित भोजन उपलब्ध नहीं करवा रहे हैं, उन्हे तत्काल बदलने के लिए सीईओ जिला पंचायत को निर्देश दिए।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान मच्छरदानियों का वितरण नियमित रखने के लिए प्रभारी मंत्री बघेल ने सीएमएचओ को निर्देशित किया। राज्य बीमारी सहायता निधि, बाल श्रवण, ह्दय रोग योजना मे प्रकरण मे त्वरित कार्यवाही करें। जन्मजात बीमारी से पीडि़त बच्चे का तत्काल ईलाज करवाएं। सीएमएचओ ने मीजल्स रूबेला अभियान की जानकारी में बताया जिले मे 4 लाख से अधिक बच्चो का टीकाकरण होना है। 15 जनवरी से आज तक 33 हजार बच्चों का टीकाकरण हो चुका है। सभी जिला प्रमुख यह सुनिश्चित करें कि शासकीय कार्यक्रम की सूचना जनप्रतिनिधियों को समय पर दें। पुरानी सभी समितियां भंग हो चुकी है, नई रोगी कल्याण समितियों का गठन करने के लिए प्रभारी मंत्री बघेल ने निर्देशित किया।