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झाबुआ

आदिवासी ग्रामीणों ने 10 शादियों को किया निरस्त

बस व्यवसाय से संबंद्ध दिनेश मेवाड़, मधु गौतम और मुकेश बसेर और रामू राठौड़ ने बताया कि हमने बरातों में ले जाने की बुकिंग भी निरस्त कर दी

झाबुआMar 23, 2020 / 01:02 am

kashiram jatav

आदिवासी ग्रामीणों ने 10 शादियों को किया निरस्त

आदिवासी ग्रामीणों ने 10 शादियों को किया निरस्त

पिटोल. जैसे- जैसे वायरस के बाद बारे में आदिवासी समाज को मालूम पड़ रहा है। वे जागरूक हो रहे हैं। लोगों के मुंह पर मास्क लगा देखकर स्वाभाविक प्रश्न करते हैं कि आप लोग मास्क क्यों लगा रहे हैं । तब उन्हें इस बीमारी के बारे में बताते हैं।
उन्हें बताया गया कि एक महामारी आई है। इससे बचने के लिए मास्क और बार-बार साबुन से हाथ धोना चाहिए। जनता कफ्र्यू के समर्थन में आदिवासी ग्रामीणों ने लगभग 10 शादियों को कैंसिल कर तारीख आगे बढ़ा दी है। कुछ लोगों ने रात्रि 9 बजे बाद शादी की।
टैंट व्यवसायी रामकृष्ण नागर एवं रमेश नायक ने बताया कि आने वाले कुछ समय के लिए सामान की बुकिंग भी निरस्त कर दी है। वहीं बस व्यवसाय से संबंद्ध दिनेश मेवाड़, मधु गौतम और मुकेश बसेर और रामू राठौड़ ने बताया कि हमने बरातों में ले जाने की बुकिंग भी निरस्त कर दी है। जनता कफ्र्यू के दौरान पुलिस चौकी प्रभारी हरनाथ सिंह चौहान , प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश जोशी, प्रधान आरक्षक दिनेश वर्मा के साथ दिनेश वर्मा के साथ समस्त पुलिस स्टाफ दिनभर स्थिति पर नजर बनाए रखे थे। जनता कफ्र्यू के आह्वान के तहत सुबह से ही पूरा पिटोल बंद रहा। बाजार में सन्नाटा रहा। इक्का-दुक्का लोग ही सड़क पर नजर आए। लोग अपने-अपने घरों में टेलीविजन पर समाचार देखते रहे। जैसे ही कोरोना वायरस के पीडि़तों मरीजों की संख्या बढऩे एवं इससे 6 मौत की खबर आती है, लोगों में इस वायरस के फैलने की चिंता सताने लगी है। सरकार द्वारा 31 मार्च तक ट्रेन एवं आवागमन के सभी साधनों को बंद करना एवं अंतरराज्यीय बसों का आवागमन रोक के लिए चिंतित दिखाई दिए।

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