अनूठा प्रयोग: तुलसी का रक्षा कवच करेगा मौसमी संक्रमण से सुरक्षा
झाबुआPublished: Sep 08, 2023 01:00:51 am
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बांटे जाएंगे 11 लाख 30 हजार तुलसी के पौधे, अपने आंगन में लगाने के साथ आसपास भी वितरित करेंगी


अनूठा प्रयोग: तुलसी का रक्षा कवच करेगा मौसमी संक्रमण से सुरक्षा
झाबुआ. ग्रामीणों को मौसमी संक्रमण से बचाने के लिए झाबुआ में अनूठा प्रयोग किया जा रहा है। इसके तहत सभी 6 विकासखंड में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 11 लाख 30 हजार तुलसी के पौधे प्रदान किए जाएंगे। महिलाएं इन्हें न केवल अपने घर के आंगन में लगाएगी, बल्कि आसपास के लोगों को भी वितरित करेंगी। इसके साथ ही सभी को तुलसी का औषधीय प्रयोग करना भी बताया जाएगा। ताकि वे सर्दी-खांसी और वायरल इन्फेक्शन से बच सकें। गुरुवार को पौधा वितरण अभियान प्रारंभ भी हो गया।
दरअसल कोरोना काल में लोगों ने तुलसी का उपयोग इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में किया था। वर्तमान में मौसम परिवर्तन के चलते सर्दी-खांसी और वायरल इन्फेक्शन के साथ डेंगू के केस भी बढऩे लगे हैं। चूंकि तुलसी औषधि का भी काम करती है, लिहाजा कलेक्टर तन्वी हुड्डा ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के जरिए गांव- गांव में तुलसी के पौधे लगवाने के साथ ग्रामीणों को इसके औषधीय उपयोग से रूबरू कराने का निर्णय लिया। इसी तारतम्य में गुरुवार से सभी विकासखंड में समूह की महिलाओं को तुलसी का पौधा प्रदान करने के अभियान प्रारंभ किया गया। इसके तहत एक-एक महिला को 25-25 पौधे प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही तुलसी का काढ़ा तैयार करना भी सिखाया जाएगा। जिससे ग्रामीण मौसमी संक्रमण से बच सके।
आयुर्वेद में तुलसी को संजीवनी का दर्जा
तुलसी का पौधा न केवल धार्मिक ²ष्टि से अलग महत्व रखता है बल्कि यह अपने आप में कई औषधीय गुणों को समेटे हुए है। इसलिए तुलसी को रक्षा कवच भी कहा जाता है। आयुर्वेद में तो तुलसी को संजीवनी बूटी के समान माना जाता है।तुलसी के सभी हिस्सों का अपना - अपना अलग महत्व है। इसकी शाखाएं, बीज, पत्ती और जड़ सभी के बहुत फायदे हैं। तुलसी में रोगों से लडऩे की ताकत होती है।
तुलसी का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।अगर आपको सर्दी खांसी हो गई है तो तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से आराम मिलता है। इसका उपयोग सर्दी-जुकाम, खॉसी, दंत रोग और श्वास सम्बंधी रोग के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।