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पत्थरों के कारण दो वाहन पलटे, एक आयशर ने दूसरे को टक्कर मारी

locationझाबुआPublished: Nov 16, 2019 11:13:07 pm

Submitted by:

kashiram jatav

पलटे टैंकर का तेल है घातक, लोग सरसों का तेल समझकर भर कर ले गए

पत्थरों के कारण दो वाहन पलटे, एक आयशर ने दूसरे को टक्कर मारी

पत्थरों के कारण दो वाहन पलटे, एक आयशर ने दूसरे को टक्कर मारी

पिटोल. पांच का नाका पर तेल के टैंकर पलट जाने के बाद शुक्रवार रात 8 बजे दो आयशर फिर पलट गए। वहीं एक आयशर ने दूसरे आयशर को टक्कर मार दी। यह घटनाएं पत्थरों के कारण हुई। करीब 12 घंटे में यहां पर पांच दुर्घटनाएं हो गईं। शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे हुई रोड दुर्घटना जिसमें पांच का नाका में करीब 40000 हजार लीटर क्षमता का एक तेल का टैंकर पलट गया जो टू लेन से तीन पलटियां खाते हुए फोर लेन पर पहुंच गया था। ये वही नेशनल हाईवे का पांच का नाका चार लेन से दो लेन और फिर दो से चार लेन वाला दुर्घटना जोन है जो अधिकारियों को नहीं दिख रहा। पलटे टैंकर से तेल जैसा कुछ रिसने लगा रंग गंध से सरसों का तेल लगा और तेल बहकर एक जगह इक_ा होने लगा। देखते ही देखते तेल ले जाने वाले सैकड़ों की संख्या में पहुंच गए ।खाली गड्डा जहां तेल रिसकर जा रहा था वो छोटा तेल का तालाब सा हो गया, जो अगली सुबह तक लोगो द्वारा खाली भी कर दिया गया ।
खाने योग्य नहीं है तेल
यह तेल ना होकर एक प्रकार का केमिकल है जो साबुन बनाने की फैक्ट्रियों में उपयोग में जाता है। शुक्रवार दोपहर 1 बजे से शनिवार सुबह तक प्रशासन भी पूरी तरह शांत दिखा, लेकिन मीडिया ने मिडिया का काम बखूबी अंजाम दिया । सुबह की खबरों से ज्ञात हुआ की वह तेल न सरसों न ही सोयाबीन का और न ही किसी भी प्रकार से खाने योग्य है उसका उपयोग तो साबुन बनाने में होता है जिसे साधारण शब्दों में कास्टिक आइल कहा जाता है। इसका असर ये हुआ की पिटोल व आस पास के सभी विद्यालयों को निर्देश मिले कि बच्चों को उस तेल के दुस्परिणाम बताएं। समझाया कि पडोसी रिश्तेदार गांव वाले और वो लोग जिन्होंने तेल इकठ्ठा किया हो उन्हें बताएं कि तेल को नष्ट कर दें। पुलिस का भी एक दल शाउमावि पिटोल पंहुचा वबच्चो को समझाया। दोपहर तक पिटोल पुलिस भी आस पास तेल को नष्ट करने का अनाउंसमेंट करने लगी जिसमें पेट्रोल पुलिस चौकी प्रभारी हरनाथ सिंह चौहान के साथ स्वास्थ्य विभाग से पिटोल स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर अंतिम बडोले, प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश जोशी ने 5 का नाका खेड़ी बावड़ी बड़ी बावड़ी छोटी पिटोल छोटी मौत कुंडला मसूरिया आदि हार गांव जो हाइवे के आसपास में बसे हैं वहां जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं । इसे मवेशियों को भी ना पिलाए मवेशियों को भी मर सकते हैं। पिटोल चौकी प्रभारी द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से भी जागरूक करने की कोशिश की गई।
शुक्रवार दोपहर की घटना और इस दुर्घटना के फलस्वरूप 12 घंटे में पांच और अन्य दुर्घटनाएं भी घट गयी पांचों घटनाओं में किसी को गंभीर चोट नहीं आई किन्तु इन घटनाओं ने फोरलेन निर्माण कंपनी के साथ ही जिला प्रशासन की पोल खोल दी है कि वे हादसों को लेकर कितनी गंभीर है। रोड पर फिसलन के कारण दो बाइक सवार फि सलकर गिर पड़े । साथ ही फ ोर लेन की एक लेन पूरी तरह से टैंकर ने ब्लॉक कर दी। ऐसे में पुलिस ने डायवर्सन से पत्थरों द्वारा रोड को ब्लाक कर रोड डाइवर्ट कर दिया जिससे कोई तकलीफ ना आए।
दोपहर 1 बजे से शाम तक तो सब ठीक था लेकिन रात आठ बजे से एक बजे के बीच पहले एसयूवी जीजे 20 एन 36 45 को आयशर एमपी 09 जीजी 906 1 ने टक्कर मारी।बाद में उसी स्थान पर आयशर एमपी 09 जीएफ 26 08 जो कि फूलों से व आयशर एमपी 13 जीए 5553 लहसुन से भरी थी, पलट गई।
रोड पर अचानक पत्थरों के दिखाई देने से दुर्घटनाएं हुईं
इन्दौर निवासी सद्दाम खान ने बताया कि वाहन से 20 कट्टे चोरी हो गए। सूचना पुलिस दीे है। रोड पर संकेतक नहीं होने व रात में रोड पर पत्थर नहीं दिखाई देने से दुर्घटनाएं हुई। नेशनल हाईवे की अथॉरिटी द्वारा ध्यान न देने से रोड अधूरा है। हर आठ-पंद्रह दिन में दो चार वाहन यहां पलट जाते हैं। परिवहन विभाग के लोग बीसी रोड से गुजरते हैं पर इस गंभीर समस्या की तरफ ध्यान नहीं है। पिटोल बॉर्डर से इंदौर तक का रोड का टोल वसूला जा रहा है पर अभी तक कोई फुलमाल बावड़ी फाटा पांच का नाका मछलियां घाट आदि का टूलेन से फोरलेन कब परिवर्तित होगा इसका प्रशासन, सरकार के पास भी जवाब नहीं है। न जाने और कितनी जानों का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ेगा।

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