&गर्मी के दिनों में झाबुआ शहर में पेयजल संकट की स्थिति नहीं बनेगी। धमोई व गुलाबपुरा तालाब में पर्याप्त मात्रा में पानी आरक्षित किया गया है। इससे आपूर्ति होती रहेगी।
नीलम मेड़ा, एसडीओ, जल संसाधन विभाग, झाबुआ
नहीं आएगी दिक्कत
&फिलहाल अनास नदी में पर्याप्त पानी है। अक्टूबत तक फ्लो बना रहेगा। इसके बाद बैराज में पानी रोककर शहर को सप्लाय किया जाएगा। गर्मी तक किसी प्रकार की परेशानी नहीं आएगी।
जितेंद्र मावी, ईई, पीएचई, झाबुआ
पानी बचाने के लिए ये उपाय होंगे कारगर
1. पानी की चोरी की तो पंप जब्त करेंगे- रबी सीजन के दौरान यदि तालाबों से अवैध रूप से सिंचाई के लिए पानी चोरी किया जाता है तो संबंधित किसानों के पंप जब्त किए जाएंगें। जल संसाधन विभाग की जल उपभोक्ता समितियां ऐसे स्थानों की सूचना सिंचाई विभाग और कृषि विभाग के अधिकारियों को देंगी जहां पर किसानों द्वारा नहर के पानी की चोरी की जाती है। ऐसे किसान जो सिंचाई के लिए पानी लेते है, उनसे सिंचाई शुल्क लिया जाएगा।
2. पानी लेने के लिए स्वीकृति पत्र जारी होंगे : ऐसे किसान जिनकी जमीन तालाब के कमांड एरिया में आती हैं, उन्हें तालाब या नहर से पानी लेने के लिए स्वीकृति पत्र जारी किए जाएंगे। जिन किसानों की जमीन कमांड एरिया में नहीं है। अधिकारी उन्हें बोवनी नहीं करने की समझाइश देंगे। ताकि पानी की चोरी की समस्या पैदा न हो।
दोनों तालाब एक नजर में
धमोई तालाब
27 किमी दूर है झाबुआ से दूरी
6 अरब 6 6 करोड़ लीटर है धमोई तालाब की जल संग्रहण क्षमता
1 अरब 98 करोड़ 21 लाख 79 हजार 261 लीटर पानी झाबुआ शहर के लिए आरक्षित किया है
गुलाबपुरा तालाब
18 किमी है झाबुआ से दूरी
3 अरब 79 करोड़ लीटर हैगुलाबपुरा तालाब की जल संग्रहण क्षमता
24 करोड़ 47 लाख 52 हजार 689 लीटर पानी झाबुआ के लिए आरक्षित रखा है