उनकी स्टेटस सीरीज में अलग-अलग क्षेत्र में कार्यकर रही बेटियां, बहन, बहू, मां सहित बेटियों के तमाम किरदारों का समावेश है। पूरा संग्रह तैयार होने पर इसे किताब की शक्ल में ढालेंगी। वे अलग-अलग विषयों पर रचनाएं लिखती रही हैं। कुछ समय पूर्व उन्होंने अपनी बहू अंजलि और पोती हिंदवी की तस्वीर के साथ बेटी का मान दिखाती रचना अपने स्टेटस में डाली तो कुछ अन्य बेटियों ने भी उनसे खुद पर लिखने का आग्रह किया। उनकी रचनाओं में न केवल झाबुआ बल्कि बाहर की बेटियां भी शामिल हैं।
एक रचना संग्रह आ चुका है : भारती सोनी की एक रचना संग्रह आलापिनी आ चुका है। इसमें उनके मनोभावों पर केंद्रीत 70 रचनाएं शामिल है। इसके अलावा वनाचंल साहित्य परिषद द्वारा निकाले गए काव्य संग्रह काल के कपाल में भी उनकी रचनाओं को शामिल किया गया था।
उनका कहना है कि ईश्वर मुझसे बेटियों के लिए जो शदभाव समर्पित करवा रहा है उस पर लोगों की संवेदनाओं से ओतप्रोत प्रतिक्रियाएं प्राप्त हो रही है। मन भाव विभोर हो रहा है। यह सब तय नहीं था, बस सभी के आशीर्वाद और संबल से होता चला गया। मैं शहर की तमाम बेटियों से कहती हूं कि यदि वे मेरे इन शब्दों में सम्मिलित होना चाहती है तो अपनी प्यारी सी तस्वीर मुझे व्हाट्सऐप करें। ताकि मैं अपनी साधना अनवरत गतिमान रखूं। निश्चित ही यह एक अनूठा प्रयास है और कल्पना से परे हैं लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि यह संग्रह एक नई खासियत के साथ सभी को गौरवान्वित करेगा।