झाबुआ

भोपाल मीटिंग में जा रहे महिला एवं बाल विकास अधिकारी की सोनकच्छ में सडक़ हादसे में मौत

धुंध बहुत ज्यादा थी इसलिए ड्राइवर शंकर काफी कम रफ्तार से गाड़ी चला रहा था। वे लोग सोनकच्छ पहुंचे थे कि एसडीओपी कार्यालय के सामने पीछे से आ रही एक बोलेरो उनकी स्कार्पियो को छूते हुए निकल गई

झाबुआDec 14, 2018 / 10:07 pm

अर्जुन रिछारिया

भोपाल मीटिंग में जा रहे महिला एवं बाल विकास अधिकारी की सोनकच्छ में सडक़ हादसे में मौत

झाबुआ. प्रधानमंत्री वंदना योजना की समीक्षा बैठक में भाग लेने भोपाल जा रहे झाबुआ के महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी आरएस जमरा (53) की सोनकच्छ में हुए सडक़ हादसे में मौत हो गई। उनका ड्राइवर शंकर भूरिया (26 ) निवासी किशनपुरी घायल हो गया। उसे देवास के अस्पताल में भर्ती कराया है।
हादसा शुक्रवार सुबह करीब सवा 7 बजे इंदौर-भोपाल हाईवे पर हुआ। मीटिंग के चलते जिला कार्यक्रम अधिकारी गुरुवार को ही इंदौर के मानवता नगर स्थित अपने निवास पर पहुंच गए थे। शुक्रवार सुबह जल्दी वे अपनी स्कार्पियो (एमपी 45 एमबी 5555) से भोपाल के लिए निकल गए। चूंकि धुंध बहुत ज्यादा थी इसलिए ड्राइवर शंकर काफी कम रफ्तार से गाड़ी चला रहा था। वे लोग सोनकच्छ पहुंचे थे कि एसडीओपी कार्यालय के सामने पीछे से आ रही एक बोलेरो उनकी स्कार्पियो को छूते हुए निकल गई। इससे संतुलन बिगड़ा, लेकिन ड्राइवर शंकर ने गाड़ी को संभालते हुए आगे चल रहे ट्रक को ओवरटेक करने के लिए स्कार्पियो हाईवे पर दूसरी साइड में ले ली। पीछे से वर्मा टे्रवल्स की स्लीपर बस (एमपी 04 पीए 38 95) तेज रफ्तार से आ रही थी। धूंध ज्यादा होने से चालक को कुछ नजर नहीं आया और बस पीछे से सीधे स्कार्पियो से टकरा गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि स्कार्पियो उछलते हुए दो पलटी खाते हुए बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वही बस भी सडक़ से नीचे उतरकर एक पेड़ से जा टकराई। इससे बस के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि इसमें सवार यात्रियों को ज्यादा चोट नहीं लगी। हादसे में स्कार्पियों की पिछली सीट पर बैठे जिला कार्यक्रम अधिकारी जमरा की पसलिया टूट गई तो वहीं दोनों हाथ भी फ्रैक्चर हो गए है। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं ड्राइवर शंकर को कंधे और कमर में चोट लगी।सूचना मिलने पर डायल-100 मौके पर पहुंच गई। तब तक घटनास्थल पर भीड़ जमा हो चुकी थी। लोगों ने टामी की मदद से स्कार्पियो का दरवाजा तोडक़र जमरा के शव के साथ घायल शंकर को बाहर निकाला और अस्पताल रवाना किया। तब तक सोनकच्छ एसडीओपी कुलवंतसिंह व थाना प्रभारी मनीष मिश्रा भी आ गए। उन्होंने स्कार्पियों को सडक़ से हटवाकर मार्ग पर यातायात चालू करवाया। पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है। घायल ड्राइवर शंकर को प्राथमिक उपचार के बाद देवास रैफर कर दिया था।
विभाग के अधिकारी पहुंचे सोनकच्छ : हादसे की जानकारी लगने पर महिला एवं बाल विकास विभाग के कई अधिकारी सोनकच्छ पहुंच गए। सबसे पहले देवास की महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुनीता यादव सोनकच्छ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। तब तक झाबुआ से भोपाल मीटिंग में शामिल होने जा रही मेघनगर की परियोजना अधिकारी लीला परमार भी आ गई। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग इंदौर के संयुक्त संचालक राजेश नेहरा, उज्जैन के संयुक्त संचालक नानसिंह तोमर, झाबुआ जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी आरएस जमरा सहित अन्य अधिकारी भी सोनकच्छ पहुंच गए। दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया।
ग्रह ग्राम खेरमला में किया अंतिम संस्कार
जिला कार्यक्रम अधिकारी जमरा मूलत:सेंधवा के पास खेरमला गांव के रहने वाले थे। पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके ग्रह ग्राम ले जाया गया। जहां शाम को अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम संस्कार में झाबुआ से विभाग के कई अधिकारी-कर्मचारियों ने शामिल होकर श्रद्धांजलि दी।
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