scriptउड़द की अंकुरित फलियों ने बढ़ाई चिंता | 15 percent loss: If the rain rises, the figure will increase | Patrika News

उड़द की अंकुरित फलियों ने बढ़ाई चिंता

locationझालावाड़Published: Sep 10, 2018 03:20:00 pm

Submitted by:

jagdish paraliya

१५ फीसदी नुकसान: आगे बारिश हुई तो बढ़ जाएगा आंकड़ा

patrika

उड़द की अंकुरित फलियों ने बढ़ाई चिंता

झालावाड़. जिलेभर में लगातार हो रही बारिश से किसानों के सिर पर चिंता की लकिरें नजर आ रही हंै। किसानों ने बड़े अरमान के साथ जिले में सोयाबीन, उड़द, मक्का आदि फसलों की बुवाई की थी। लेकिन चार दिन से हो रही बारिश से उड़द की फसल में नुकसान हो रहा है।
कई क्षेत्रों में उड़द की फसलों में फलियां उगनी शुरू हो गई हैं। वहीं जिन क्षेत्रों में पानी भर रहा है, उन क्षेत्रों में अगर अभी और बारिश होती है तो फसलों में नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है।
जिले में बकानी, पिड़ावा, खानपुर सहित कई क्षेत्रों में उड़द की फसल की बुवाई शुरूआत में ही कर दी गई थी, इन क्षेत्रों में उड़द की फसल पक गई है, ऐसे में उड़द की फसलों में नुकसान की स्थिति बनी हुईहै। हालांकि कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि अभी उड़द की फसल में फलियां अंकुरित होने से १०-१५ फीसदी का नुकसान है आगे और बारिश होती है तो नुकसान ज्यादा होगा।
३१ हजार हैक्टेयर में उड़द की हुई बुवाई

जिले में बकानी, पिड़ावा, खानपुर, सुनेल, रायपुर आदि क्षेत्रों में उड़द की फसल की प्रथम बारिश में ही बुवाई हो चुकी थी, इन क्षेत्रों में अभी उड़द की फसल तैयार हो चुकी है। वहीं जिलेभर में करीब ३१ हजार हैक्टेयर में इसबार उड़द की फसल की बुवाई की गई थी। ऐसे में कई क्षेत्रों में उड़द की फलियां अंकुरित हो चुकी है।
सर्वे के दिए निर्देश

कृषि विभाग ने उड़द की फसल में किसानों को हो रहे नुकसान के सर्वे के लिए कृषि पर्यवेक्षकों को खेतों में जाकर सर्वे करने के निर्देश दिए है। हालांकि अभी आंशिक नुकसान बताया जा रहा है,लेकिन बारिश लगातार होती रही तो नुकसान बढ़ सकता है।
ये करें उपाय

कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि अभी जिले में दो दिन से हो रही तेज बारिश से जिन किसानों के खेतों में पानी भरा हुआ है। पानी निकासी की व्यवस्था करें। अगर लगातार सोयाबीन, मक्का आदि की फसलों में २४घंटे से अधिक बारिश का पानी भरा रहता है तो फसलों में नुकसान होना शुरू हो जाता है।
अन्य फसलों में फायदा

जिले में दो दिन में हुई तेज बारिश से नुकसान बहुत कम है, लेकिन सोयाबीन, मंूगफली आदि फसलों में लग रहे कीट आदि तेज बारिश में नीचे गिर गए है, इससे फसलों में फायदा हुआ है।

सुबह ८ से शाम ५ बजे तक हुई बारिश

ंअसनावर- २ एमएम

बकानी- १० एमएम

गंगधार- १ एमएम

डग- ६ एमएम

अकलेरा १ एमएम

मनोहरथाना ३ एमएम

जिले में इतने क्षेत्र में हुई है बुवाई
फसल बुवाई (हैक्टेयर में)

मक्का ४१२६३

ज्वार ७५०

धान- ३०३०

उड़द- ३०६४४

अरहर- २७

सोयाबीन२३०६३९

मंूगफली-२२६९


नदी किनारे खेतों में पानी भरा, फसलें हुई जलमग्न

रटलाई. कस्बे सहित ग्रामीण अंचलों में शुक्रवार व शनिवार की तेज बारिश के कारण क्षेत्र की उजाड़ में आए उफान के कारण कई खेतों में फसलें पानी में डूब गई । कस्बे के निवासी पूरीलाल गुर्जर ने बताया कि नदी में पानी आने के दौरान खेतो में पानी भर गया जिसके कारण फसले चौपट होने की संभावना है । वहीं क्षेत्र के गांवों में फसलों में डूब गई । जिससे किसानों को नुकसान होने की संभावना बनी है।
सोजपुर. बारिश के चलते खेतों में पकने लगी उड़द की फसल में पकी फलियों में फिर से बीज अंकुरित होने लगा है।किसान उमाशंकर भंडारी, राधेश्याम नागर ने बताया कि फूल भी मुरझा गए हैं। खेतों में पानी भरा होने से पेड़ गलने लगे हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो