script40 वार्मर, 55 शिशु आईसीयू में भर्ती, कैसे लड़ेंगे कोरोना की तीसरी लहर से | 40 warmers, 55 babies admitted to ICU, how to fight the third wave of | Patrika News
झालावाड़

40 वार्मर, 55 शिशु आईसीयू में भर्ती, कैसे लड़ेंगे कोरोना की तीसरी लहर से

मौसमी बीमारियों का कहर : मरीजों से वार्ड ठसाठस भरे, एक बेड पर दो मरीज

झालावाड़Sep 17, 2021 / 12:12 pm

Ranjeet singh solanki

40 वार्मर, 55 शिशु आईसीयू में भर्ती, कैसे लड़ेंगे कोरोना की तीसरी लहर से

40 वार्मर, 55 शिशु आईसीयू में भर्ती, कैसे लड़ेंगे कोरोना की तीसरी लहर से

झालावाड़. जिले में शहर से लेकर गांवों तक मौसमी बीमारियों का प्रकोप फैला हुआ है। अस्पताल मरीजों से भर गए हैं।
मरीजों को भर्ती करवाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी रही है। मरीज भर्ती हो जाता है तो बेड नहीं मिल पाता है। फर्श पर ही इलाज करवाने को विवश होना पड़ रहा है। मरीजों के दबाव में हीरा कुंवर बा जनाना चिकित्सालय की चिकित्सा व्यवस्थाएं भी चरमरा गई है। पत्रिका टीम ने एसआरजी अस्पताल के बाद गुरुवार को जनाना चिकित्सालय का जायजा लिया तो हालात चिंताजनक नजर आए। किसी भी वार्ड में बेड खाली नहीं है। मरीजों के दबाव में चिकित्सा प्रशासन को एक ही बेड पर दो मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी लापरवाही तो शिशु वार्ड में सामने आई है। एक ही वार्मर में दो-तीन नवजात शिशुओं को रखा गया है। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। चिकित्सा प्रशासन ने बेबसी जाहिर करते हुए कहा कि आखिर क्या करें। अस्पताल में नवजात के लिए कुल 40 वार्मर है, जबकि गुरुवार को 55 नवजात ब”ो आईसीयू में भर्ती थे। इस कारण एक वार्मर में दो-तीन नवजात शिशुओं को रखा गया है। हालांकि जब सरकार कोरोना की तीसरी लहर से जंग लडऩे की तैयारी में पूरी ताकत लगा रखी है। ऐसे में मौसमी बीमारी में ही नवजात शिशुओं को भर्ती करने के लिए वार्मर कम पड़ गए हैं।
हर वार्ड में एक जैसे हाल
पत्रिका टीम ने अस्पताल का दौरा किया तो अस्पताल के सभी वार्डों में कमोबेश एक जैसी स्थिति देखने को मिली। वार्ड मरीजों से ठसाठस भरे हैं। बैंचों पर भी मरीजों को भर्ती कर ड्रिप चढ़ाई जा रही है। एक बेड पर दो मरीजों को भर्ती कर ड्रिप चढ़ाई जा रही है। मरीजों के दबाव में अस्पताल प्रशासन भी बेबस नजर आ रहा है।
डॉक्टरों को पलभर की भी फुर्सत नहीं
पिछले दस-पन्द्रह दिन से डेंगू सहित अन्य मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या यकायक बढ़ गई है।
पलभर की फुर्सत नहीं वार्डों में डॉक्टरों को मरीजों को देखने से पलभर की भी फुर्सत नहीं मिल रही है। पत्रिका टीम जब अस्पताल का जायजा ले रही थी, तब वार्ड में डॉ. राहुल सिनसिनवार, डॉ. पंकज डामोर, डॉ. जगदीश, डॉ. प्रेरणा शर्मा, डॉ. तृप्ति, डॉ. वैभव, डॉ. विनायक माथुर, डॉ. सीमा गुप्ता तथा नर्सिंग स्टाफ राजेश लोधा और जावेद खान मरीजों के उपचार में जुटे थे।
यह रखे सावधान
. कूलर की नियमित सफाई करें।
. घर के आसपास बारिश का व गंदा पानी का जमाव नहीं होने दें। गमलों में पानी नहीं भरने दें।
. जहां पानी भरता है वहां जला हुआ ऑयल डाल दें, ताकि म’छर नहीं पनपे।
. शरीर को हमेशा कपड़ों से ढककर रखें। फुल आस्तीन के शर्ट और पेंट पहनें।
. म’छरदानी लगाकर ही सोएं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो