वहीं दूसरी ओर जयपुर में मनोरोगी मां और नेत्रहीन पिता की मजबूरी का फायदा रिश्तेदार और कुछ लोगों ने 14 साल की नाबालिग लड़की को मध्यप्रदेश से राजस्थान लाकर बेच दिया। लड़की को पहली बार खरीदने वालों ने उससे बलात्कार किया और फिर अन्य किसी को बेच दिया। दूसरी बार खरीदने वालों ने भी उससे बलात्कार किया। इतना ही नहीं, लड़की को तीसरी जगह बेच दिया गया, जहां भी उससे बलात्कार किया गया। चौथी बार बेचने के लिए लड़की को जयपुर लाया गया, यहां पर आरोपियों के चंगुल से छूटकर लड़की पुलिस के पास पहुंच गई। सामूहिक बलात्कार मामले में अलवर पुलिस की किरकिरी के बाद जयपुर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया।
किशोरी से मिली जानकारी के आधार पर जयपुर, मध्यप्रदेश, भरतपुर, करौली, नादौती, बयाना, गंगापुर और धौलपुर के लिए पुलिस टीमें रवाना की गई और बालिका से बलात्कार करने के मामले और खरीदने व बेचने के मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार कर गुरुवार को जयपुर ले आई। महेश नगर थानाधिकारी जगदीश तंवर ने बताया कि 13 मई को नाबालिग ज्योति नगर थाने पहुंच गई थी। पुलिस ने मौका मुआयना के बाद मामला महेश नगर थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया। आलाअधिकारियों के निर्देशन में तुरंत किशोरी से जानकारी जुटाई गई। उसने बताया कि मध्यप्रदेश के नर्सिंगपुरा क्षेत्र में रहती है। उसके मां मनोरोगी है, जबकि पिता को दिखता नहीं। भोपाल में रहने वाले रिश्तेदारों ने कुछ लोगों की मदद से उसे राजस्थान के लोगों को बेच दिया। राजस्थान में तीन जगह बेचा गया, यहां पर भरतपुर, नादौती और बयाना में नाबालिग को खरीदा गया और खरीदने वालों के रिश्तेदारों ने बलात्कार किया। बच्ची की दर्दनाक दांस्ता सुन पुलिस भी सन रह गई।