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प्रशासन मुस्तैद, घरों से न निकले

locationझालावाड़Published: Apr 01, 2020 07:12:11 pm

Submitted by:

harisingh gurjar

-73539 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी

Administration ready, do not leave homes

प्रशासन मुस्तैद, घरों से न निकले


झालावाड़. वैश्विक महामारी कोरोना चुनौती बनी हुई है। राजस्थान में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या जहां 69 से ऊपर पहुंच गई है। वहीं करीब 16 लाख की आबादी वाला झालावाड़ जिला कोरोना वायरस से बचने की जंड लग रहा है। जनता कफ्र्यू के बाद 23 मार्च से पूरा जिला लॉक डाउन है। घरों से बाहर निकलने पर पांबदी है। हालांकि सबसे सुखद बात यह है कि जिले से अब तक 39 मरीजों के सैंपल की जांच हुई है, लेकिन सभी की जांच नेगेटिव आई है। जिले में कफ्र्यू सा माहौल है।

हालांकि लोग अब भी गंभीर नहीं दिख रहे हैं। ऐसे माहौल में प्रशासन के साथ चुनिंदा लोग ऐसे भी है जो खुद की परवाह किए बिना औरों का जीवन बचाने में लगे हुए है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी,पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी,एवं कार्मिक। पंचायत राज, नगर परिषद, और शिक्षा विभाग समेत कुछ अन्य विभागों के कार्मिक भी कंधे से कंध मिलाकर दायित्व निभा रहे हैं। हालात फिलहाल नियंत्रण में है। अगर लॉक डाउन का सख्ती से पालन नहीं करवाया होता तो हालात बिगड़ सकते थे। लेकिन अभी जनता को घरों में कैद रहना होगा।
चोरी छिपे आ रहे प्रवासी बढ़ा रहे संकट-
जिले में आसपास के जिलों सहित बाहर के राज्यों में निवासरत प्रवासी लॉक डाउन को लेकर लगातार जिले में आ रहे हैं। कई लोग तो मध्यप्रदेश से जंगल के रास्ते पैदल ही जिले के गांवों में जा रहे हैं। तो कुछ कोटा रोड सहित अन्य स्थानों से सड़क मार्ग से पैदल ही आ रहेहै। ऐसे में आप कोई भी व्यक्ति कहीं ऐसा आता हुआ या संदिग्ध नजर आता हैतो उसकी सूचना सीएचएचओ को 9414751821 पर देंवे ताकी उसकी जांच समय पर हो सके।

राशन की नहीं कमी-
झालावाड़ शहर सहितग्रामीण क्षेत्रों में किराना और सब्जी की दुकाने खुली है। आटा चक्कियां चालू है। लोगों को कोई समस्या नहीं आ रही है। लेकिन फिर भी कुछ लोग कालाबाजारी कर रहे हैं। खास तोर से किराना दुकानदार इसकी शिकायतें भी लगातार आ रही है।
घर-घर जांच हो रही-
मौसम बदलने से घर-घर खांसी, सर्दी, हल्का बुखार, दस्त,शरीर में जकडऩ जैसे कई मरीज अस्पताल नहीं जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक ब्लॉक में रैपिट रेस्पोंस टीम का गठन किया जिसमें चिकित्सक सहित चार लोगा है। ऐसे में जहां से भी सूचना आती है वहां मौके पर पहुंची है। मरीज की जांच कर दवाई दी जा रही है।जिले में सर्वे के लिए 120 टीमें काम कर रही है। जिले में मंगलवार तक 73539 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है।
पुलिस कर रही अपील-
लॉक डाउन के नवे दिन भी बाजार सूना रहा। पुलिस लगातार सेवरे-शाम व दोपहर को लोगों को घरों में रहने की हिदायत दे रही है। लेकिन फिर भी लोग नहीं मान रहे हैं। कई युवा बिनाकाम के घरों से निकल रहे है जो स्वयं व लोगों के लिए भी घातक बन रहे हैं। ऐसे लोगों से सख्ती निपटने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने पुलिस को हिदायत दी। जोशी व उप अधीक्षक विजय शंकर शर्मा ने मंगलवार को झालरापाटन, खानपुर आदि क्षेत्रों का दौरा कर पुलिस के जवानों को सुरक्षा का पूरा ध्यान रखने के लिए कहा।
फैक्ट फाइल –

कितने संदिग्ध मरीज -7

कितने घरों की स्क्रीनिंग – 16941
कितने लोगों की स्क्रीनिंग-73539
कितने पॉजिटिव-00
कितने निगेटिव-32
कितने प्रक्रियाधीन -7
क्वारंटाइन सेंटर-38
क्वारंटाइन बेड की संख्या करीब -2000
होम आइसोलेशन व्यक्ति-536
इंटरनेशनल ट्रेवल हिस्ट्री वाले व्यक्ति- 23
2 हजार की व्यवस्था-
जिले में हर ब्लॉक पर सर्वे की टीम नियुक्त कर रखी है। जो लगातार घरों का सर्वे कर रही है। जिले में बाहर से आने वाले व्यक्ति पहले जांच की जाती है, उसके बाद उसे होम आइसोलेशन में रखा जाता है। जिले में करीब 2 हजार क्वारंटाइन बेड की व्यवस्था है।
डॉ. साजिद खान, सीएमएचओ,झालावाड़

पत्रिका व्यू..
भय बिन होत न प्रीत…..
झालावाड़. जिले में कोरोना संकट के बीच गांव व कस्बों में जिस तरह से लोग लॉक डाउन में जरुरतमंदों की मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं, वह प्रशंसनीय है। यहां के वाशिंदे कितने सभ्य और संस्कारित व मर्यादा के पक्के रहे है, इसकी बानगी गागरोन दुर्ग व गढ़ संग्रहालय आज भी पूरी तटस्थता के साथ बयां कर रहा है। इसी जीवटता के कारण ही तो अभी तक यहां के लोग कोरोना को मात देने में कामयाब रहे हैं। कोरोना के खिलाफ इस जंग में अगले तीन हफ्ते अहम माने जा रहे हैं। ऐसे वक्त में जरुरत इस बात की है कि आप और हम खुद के परिवार और दूसरों के कल्याण के लिए घरों में ही सिमटे रहें। ऐसा नहीं किया तो हम खुद के साथ ही दूसरों के लिए मुसीबत बन जाएंगे। समय रहते हमने कोरोना वायरस के संकट को नहीं समझा तो जैसे मुट्टी से रेत फिसल जाती है, वैसे ही हमारे सामने से सबकुछ फिसलता चला जाएगा। देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना की चपेट में आए लोगों से सबक लेकर हमें इस बात का संकल्प लेना चाहिए कि इससे बचाव को लेकर खुद को घरों में समेटे रखेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। हालात को समझते हुए अब जिला पुलिस सड़क पर बेवजह घूमने वाले लोगों से सख्ती से निपट रही है। शायद सरकार को लग रहा है कि भय बिन प्रीत नहीं हो सकती। इसलिए पुलिस को पुलिसिया अंदाज… में पेश आने की छूट दे दी है। शायद समय की जरुरत भी यही हो। एक बात और…. किसी की मदद के लिए यदि आप हाथ बढ़ा रहे है तो इस बात का विशेष ध्यान रखे कि आपके हाथ सेनेटाइज्ड है या नहीं?

रिपोर्ट- हरिसिंह गुर्जर,झालावाड़

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