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अल सुबह से देर रात तक पानी के लिए काट रहे चक्कर

locationझालावाड़Published: Jun 13, 2018 04:31:38 pm

Submitted by:

arun tripathi

–छापी से जरूरत का आधा पानी ही मिल रहा

अल सुबह से देर रात तक पानी के लिए काट रहे चक्कर

Al from morning to late night Chaos cutting for water

रटलाई. कस्बे में कई दिनों से पेयजल संकट के चलते लोगों को पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। लोग रात में पेयजल सप्लाई का इंतजार कर रहे हैं।
कस्बे में पेयजल सप्लाई ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा 15 वर्षों से की जा रही है। इस समय एकांतरे पानी दिया जा रहा है। समिति के पास कोई स्थाई जल स्त्रोत नहीं होने से लोगों को गर्मी के समय नियमित व पीने योग्य पानी नहीं मिल पा रहा है। लोग बस स्टैण्ड पर लगे नल, लाल माता मंदिर के यहां की कुइयां पर देर रात तक पानी भरते देखे जा सकते हैं।
–ज्यादातर पानी खारा
ज्यादातर खारा पानी मिलने से लोग दूर कबीर आश्रम, कुण्डीखेड़ा हनुमान मंदिर, पुलिस थाना के नल एवं मेलकी के हैण्डपम्प आदि जगहों से मोटर, ठेला गाड़ी, साइकिल आदि से मीठा पानी लाकर काम चला रहे है। कस्बे के लोगों ने बताया कि स्वजल धारा द्वारा छापी पेयजल योजना व नलकूप का खारा पानी मिलाकर दिया जा रहा है। यह पीने योग्य नहीं है।
–छापी का पानी दिलाने की मांग
कस्बे में छापी परियोजना का पानी ही मिले इसके लिए लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से मांग की। लोगों ने संसदीय सचिव नरेन्द्र नागर को भी समस्या से अवगत कराया, लेकिन हालात में सुधार नहीं हुआ।
—समिति के सभी नलकूपों के पानी की लैब में जांच करा ली है। इसमें सही बताया गया है। छापी परियोजना से प्रतिदिन करीब 4 लाख लीटर पानी कस्बे की आबादी के अनुसार मिलना चाहिए, लेकिन इस समय करीब 2.5 लाख लीटर पानी ही मिल पा रहा है। इसके कारण नलकूप व छापी का पानी एकत्रित कर पेयजल टंकियों व कुइयों के माध्यम से दिया जा रहा है। कस्बे में पेयजल व्यवस्था सुधारने के लिए समिति के सदस्य प्रयास कर रहे हैं।
छगनसिंह गुर्जर, अध्यक्ष, ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति रटलाई
गली-मोहल्लों में उठ रही सड़ांध
–सफाई के नाम पर खानापूर्ति
खानपुर. कस्बे में एक पखवाड़े से भी अधिक समय से पंचायत समिति और ग्राम पंचायत के संयुक्त तत्वावधान में सफाई की जा रही है, लेकिन खानापूर्ति होने से गली मोहल्ले गंदगी से सड़ांध मार रहे हैं। कई नाले वर्षो से मलबे से अटे होने के बावजूद पंचायत द्वारा इन्हें साफ करने की जहमत नहीं उठाई जा रही है। चांदखेड़ी के वाशिंदों ने बताया कि वार्ड २६ में सफाई के अभाव में गन्दगी व कूड़े करकट के ढेर लगे होने के साथ मृत जानवरों की दुर्गन्ध से आसपास के लोग परेशान हैं। गन्दगी से बीमारियां फैलने की आशंका है। वार्डवासियों ने बताया कि इस संबंध में कई बार ग्राम पंचायत को लिखित में अवगत कराया जा चुका है इसके बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण की जगह ताश खेलते मिले शिक्षक
–सेठ आनन्दीलाल पौद्दार उमावि
भवानीमंडी. राजकीय सेठ आनन्दीलाल पौद्दार उमावि में बुधवार को ७ से १६ जून तक चल रहे शिक्षकों के ग्रीष्मावकाश शिविर के दौरान प्रशिक्षण ले रहे अध्यापकों की लापरवाही सामने आई। जब संवाददाता बुधवार सुबह करीब सवा ११ बजे विद्यालय पहुंचा तो, एक कक्ष में बूंदी जिले के गणित व विज्ञान के वरिष्ट शिक्षक प्रशिक्षण ले रहे थे, वहीं कुछ शिक्षक प्रशिक्षण स्थल पर नहीं पहुंच कर ताश खेल रहे थे। जब संवाददाता वहां पहुंचा तो ऐसे शिक्षकों में हड़कंप मच गया एवं आनन-फानन में प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचे। महिला प्रशिक्षणार्थी होने के बाद भी कई शिक्षकों ने हाफ पेंट और कानों में हैडफोन लगा रखे थे।
—दो चार शिक्षक तो ऐसे होते ही हैं जो प्रशिक्षण में नहीं जाते, उन्हें समझाया की प्रशिक्षण नियमित लें। प्रशिक्षण के समय किसी को ताश या अन्य खेल नहीं खेलने दिए जाएंगे।
बलराम पाटीदार, प्राचार्य राजकीय सेठ आनन्दीलाल पौद्दार उमावि भवानीमंडी
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