script

चने के 90 फीसदी सेंपल फेल कर दिए खराब मशीन ने

locationझालावाड़Published: Mar 31, 2019 03:08:49 pm

Submitted by:

arun tripathi

कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य पर खरीद का मामला

khanpur

कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य पर खरीद का मामला

खानपुर. कृषि उपज मंडी में राजफेड की ओर से समर्थन मूल्य पर खरीद के दौरान खराब मशीन से सेंपलिंग कर आद्रता अधिक बताकर चने के 90 फीसदी सेंपल फेल किए जा रहे हैं। ऐसे में किसानों द्वारा सरकारी कांटे पर तौल के लिए लाया गया चना औने-पौने दामों पर मण्डी में खुली नीलामी में बेचना पड़ रहा है।
कंवल्दा निवासी किसान सूरजमल नागर व पृथ्वीराजसिंह हाड़ा ने बताया कि वह सरकारी कांटे पर करीब 2 टोकन का करीब 50 क्विंटल चना तौल के लिए लाए थे, लेकिन खराब मशीन से सेंपलिंग कर आद्रता 17 प्रतिशत से अधिक बताकर सेंपल फेल कर दिया। इसकी शिकायत किसानों द्वारा उपखंड अधिकारी को करने पर उनको भी नियम बताकर पल्ला झाड़ लिया। इस पर किसानों द्वारा इसी चने का सेंपल झालरापाटन वेयरहाऊस ले जाकर कराया तो इसकी आद्रता 7.6 दर्ज की हुई। इसके अलावा राजफेड के केन्द्र पर आईएसआई मार्का की मशीन पर 6.7 आद्रता मापी। ऐसे में किसानों ने यहां लगी आद्रता मशीन को बदलने की मांग की। इसके अलावा केन्द्र पर सरसों की खरीद के दौरान भी इसमें कचरा बताकर 20 से 25 प्रतिशत सेंपल फेल किए जा रहे हैं। मण्डी में खुली नीलामी मे सरसों 3300 से 3400 रुपए क्विंटल बिक रही है। ऐसे में किसानों को प्रति क्विंटल 800 से 900 रुपए क्विंटल का घाटा हो रहा है। इस प्रकार चने के सरकारी दाम 4620 रुपए क्विंटल है लेकिन मजबूरी में खुली नीलामी में 3700 से 3800 रुपए क्विंटल की दर से बेचना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि चने व सरसों के सेंपल फेल कर देने से किसान कृषि जिन्सों को सरकारी कांटे पर लाने से कतराने लगे हैं।
शनिवार को कंवल्दा निवासी शिवप्रसाद धाकड़ की और से सरकारी कांटे पर धांधली को लेकर क्रय-विक्रय सहकारी समिति के खिलाफ खानपुर थाने में मामला दर्ज कराया जाकर समिति के कर्मचारियों को बदलने व आद्रता मशीन की जांच की मांग की। इस संबंध में सहकारी समिति के डिप्टी रजिस्ट्रार शंकर भोले ने बताया कि खानपुर में लगी मशीन खराब होने की जानकारी मिली है। रविवार को कलक्टर से वार्ता कर मशीन को बदलकर दूसरी लगाई जाएगी।
तौल नहीं होने से वापस लौटे किसान
यहां सरकारी कांटे पर समिति द्वारा शनिवार को खरीद नहीं किए जाने से 2 दर्जन किसानों को निराश होकर लौटना पड़ा। कांटे पर तौल तिथि से एक सप्ताह के भी किसान अपनी कृषि जिन्स का तौल करा सकता है, ऐसे में कई किसान शनिवार को सरसों व चने की फसल कांटे पर तौल के लिए आए थे, लेकिन कांटे पर तौल नहीं किए जाने से निराश होकर लौटना पड़ा। जबकि उच्चाधिकारियों द्वारा शनिवार को खरीद बंद रखने के कोई आदेश जारी नहीं किए गए है।
–तहसील क्षेत्र के ही किसानों की हो तुलाई
बकानी. तहसील कार्यालय पर भारतीय किसान संघ के कार्यकतार्आ ने सरकारी तोल केंद्र पर तहसील क्षेत्र के ही किसानों की फसल तुलाई की मांग को लेकर उपरजिस्टार के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देते समय तहसील में एक भी कर्मचारी नहीं मिलने पर किसान संघ के कार्यकताओं ने नाराजगी भी की। थोड़ी देर के बाद एलडीसी के आने के बाद उसको ज्ञापन सौंपा। किसान संघ ने ज्ञापन देने से पूर्व गौण मंडी में तहसील अध्यक्ष मनोहर सिंह चौहान की अध्यक्षता में बैठक की। इसके बाद वह बाइक रैली के रूप मेंं तहसील कार्यालय पहुंचे। ज्ञापन के माध्यम से किसान संघ ने मांग की है कि राज्य सरकार के द्वारा किसानों के सरसों एंव चने की फसल को समर्थन मूल्य में लिया जा रहा है। इस के लिए ई-मित्र के माध्यम से रजिस्टेशन भी कराया गया, उस समय गाइड लाइन जारी करी थी की किसान अपने क्षेत्र में ही रजिस्टेशन कराएं, यह रजिस्टे्रशन कुछ समय के लिए ही चालू हुआ था। उस समय पटवारियों के द्वारा समय पर गिरदावरी रिर्पोट नहीं देने के कारण क्षेत्र के कई किसान वंचित रहे गए थे। उसी समय बाहर की तहसीलों के किसानों ने नियम के विरूद्ध ही बकानी तौल केन्द्र पर पंजीयन कराया।
भारतीय किसान संघ ने अन्य जगह के किसानों की माल तुलने का विरोध कर चुका है, और अब चेतावनी दी है कि यदि सोमवार से अन्य जगह के किसानों का माल तुलेगा तो भारतीय किसान संघ उग्र आन्दोलन करेगा। ज्ञापन देने वालों में भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष मनोहर सिंह चौहान, रोशनसिंह, पर्वतसिंह, कंवरलाल, ओमप्रकाश, गंगाराम, रामप्रसाद, कालुलाल, बालुसिंह, देवसिंह, सम्पराज गुर्जर, राधेश्याम अमरसिंह, कमलेश, कुलदीपसिंह सहित कई कार्यकताओं ने उपस्थित रहे।

ट्रेंडिंग वीडियो