हादसे के बाद कार में सवार महिलाएं जैसे तैसे निकलकर वहीं पास की दुकान पर पहुंची। जैसे ही लोगों को कार दुर्घटना की जानकारी मिली तो घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। बारिश के बीच एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रैक्टर से कार को खींचकर बाहर निकाला गया।
नदी के पास रोड पर कोई भी सुरक्षा दीवार नहीं होने से रात के अंधेरे में यहां से वाहन ले जाने में चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है और कई बार ऐसे हादसे हो जाते हैं। ऐसे हादसे पहले भी कई बार हो चुके हैं, लेकिन फिर भी प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा।
वहीं दूसरी ओर बूंदी जिले के हिंडोली थाना क्षेत्र के अशोकनगर ठ्ठद्ध52 बाईपास पर बुधवार सुबह 8:30 बजे कोटा से जयपुर जा रही सवारियों से भरी लोक परिवहन की बस पलट गई। बस पलटकर चारों खाने चित हो गई। बस पलटते ही सवारियों में चीख-पुकार मच गई। लेकिन गनीमत यह रही कि बस में सवार आधा दर्जन यात्रियों के मामूली चोट आई। बड़ा हादसा होने से टल गया। बस चालक परिचालक ने चालाकी दिखाते हुए सभी सवारियों को एक-एक कर उतार कर अन्य वाहनों से गंतव्य में रवाना कर दिया। जब तक घटना पर पुलिस पहुंची तब तक मौके पर दो-तीन यात्री ही मिले।