चुनाव पर हुआ विवाद-
वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय: क्या लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ होना चाहिए? प्रतिभागियों ने पक्ष में बोलते हुए बताया कि एक साथ चुनाव करवाने से धन, समय एवं मानवीय संसाधनों का अपव्यय रूकेगा और भ्रष्टाचार में कमी आएगी और प्रशासनिक व्यवस्था सुदृढ़ होगी। विपक्ष में प्रतिभागियों ने विविधता में एकता बहुदलीयता एवं उत्तरदायित्व पर जोर दिया और संसदीय प्रणाली में आस्था व्यक्त की। निर्णायक की भूमिका डॉ. अजय गुप्ता,डॉ. इकबाल फातिमा ने निभाई। पक्ष में प्रथम स्थान मनसाराम भील, द्वितीय स्थान जितेन्द्र कुमार,तृतीय ललित कारपेन्टर रहे। विपक्ष में प्रथम स्थान पर अनिल लोधा, द्वितीय स्थान मनु शर्मा एवं तृतीय स्थान पर पर्वतसिंह रहे। संचालन डॉ. अशोक कंवर शेखावत ने किया तथा डॉ. अर्जुमन्द कुरैशी, डॉ. अलका बागला, डॉ. रूपम कुलश्रेष्ठ डॉ. साधना गुप्ता, श्री बहादुर सिंह, डॉ. नीलम पालीवाल, डॉ. रेखा भदौरियां, डॉ. ममता दुबे, डॉ. ऋचा अग्निहोत्री,कमलेश वर्मा आदि मौजूद रहे।
वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय: क्या लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ होना चाहिए? प्रतिभागियों ने पक्ष में बोलते हुए बताया कि एक साथ चुनाव करवाने से धन, समय एवं मानवीय संसाधनों का अपव्यय रूकेगा और भ्रष्टाचार में कमी आएगी और प्रशासनिक व्यवस्था सुदृढ़ होगी। विपक्ष में प्रतिभागियों ने विविधता में एकता बहुदलीयता एवं उत्तरदायित्व पर जोर दिया और संसदीय प्रणाली में आस्था व्यक्त की। निर्णायक की भूमिका डॉ. अजय गुप्ता,डॉ. इकबाल फातिमा ने निभाई। पक्ष में प्रथम स्थान मनसाराम भील, द्वितीय स्थान जितेन्द्र कुमार,तृतीय ललित कारपेन्टर रहे। विपक्ष में प्रथम स्थान पर अनिल लोधा, द्वितीय स्थान मनु शर्मा एवं तृतीय स्थान पर पर्वतसिंह रहे। संचालन डॉ. अशोक कंवर शेखावत ने किया तथा डॉ. अर्जुमन्द कुरैशी, डॉ. अलका बागला, डॉ. रूपम कुलश्रेष्ठ डॉ. साधना गुप्ता, श्री बहादुर सिंह, डॉ. नीलम पालीवाल, डॉ. रेखा भदौरियां, डॉ. ममता दुबे, डॉ. ऋचा अग्निहोत्री,कमलेश वर्मा आदि मौजूद रहे।