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क्रूज की सवारी से निहारेंगे गांधी सागर की वादियां

locationझालावाड़Published: Aug 04, 2018 03:46:53 pm

Submitted by:

arun tripathi

मप्र के सीएम करेंगे नवनिर्मित रिसोर्ट का उद्घाटन

PATRIKA

मप्र के सीएम करेंगे नवनिर्मित रिसोर्ट का उद्घाटन

भवानीमंडी. गांधी सागर की वादियों को समीप से निहारने के लिए रविवार से क्रूज की सवारी शुरु होगी।
सुबह १० बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बोट हाउस क्लब व मध्यप्रदेश टूरिज्म की नवनिर्मित रिसोर्ट का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद मध्यप्रदेश व राजस्थान के हजारों पर्यटक झील में सैर का आनन्द ले सकेंगे।
गांधीसागर झील में करीब ८ माह से मालवा क्वीन कू्रज लोकार्पण के इंतजार में झील में खड़ा है। झील महोत्सव के दौरान होटन व बोट क्लब हाउस का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा किया जाना था, लेकिन उनके नहीं आने से अब उद्घाटन रविवार को होगा। पर्यटन विकास निगम ने झील में घूमने के लिए अलग-अलग रुट चार्ट बनाया है। इसके लिए ६५ से ६४० रुपए का टिकट है।
मालासरी टापू का रुप निहारेंगेे पर्यटक
पर्यटन निगम मैनेजर सुभाष अग्रवाल ने बताया कि गांधी सागर बांध के बीच मालासरी टापू के प्राकृतिक सौदर्य को कू्रज की सहायता से निहारने का अब पर्यटकों को मौका मिलेगा। मोड़ी पत्तन परिसर में आधुनिक बोट क्लब का निर्माण किया है। यहां से निगम की क्रूज, बोट, स्टीमर व स्पोट्स गेम्स संचालन होंगे। क्लब में केफेटेरिया, फूड प्लाजा, किचन पार्किंग सहित अन्य सुविधाएं विकसित की गई है। वहीं नवनिर्मित रिसोर्ट में कॉटेज, स्वीमिंग पूल, फूड प्लाजा, पार्किंग, लायब्रेरी, प्रशासनिक भवन, रिसेप्शन वीआईपी लाउंच, कांफ्रेस हॉल, चिल्ड्रन प्ले एरिया, पर्यटकों के लिए इंडोर गेम्स, सहित सेल्फी पॉइंट बनाए हैं। पर्यटकों को नेचर वॉक कराने के लिए रिसोर्ट के चारों ओर सघन पौधरोपण किया जा रहा है।
–बोट हाउस क्लब व रिसोर्ट का उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार सुबह १० बजे हेलीकोप्टर से आएंगे। इसके लिए प्रशासनिक तैयारियां की जा रही हंै।।
नारायण नांदेड़, तहसीलदार भानपुरा
सरकार का अनुबंध खत्म, ई-स्टाम्प सेवा बंद
भवानीमंडी. डिजिटल सेवा को बढ़ावा देने के दावों के बीच सरकार ने ई-स्टाम्प सेवा बंद कर दी हैं। प्रदेश भर में २१ जुलाई की मध्यरात्रि से सेवा बंद हैं। इससे अब स्टाम्प कमी के लिए लोगों को ई-ग्रास से चालान कटाकर बैंक में जमा कराने के लिए लाइनों में लगना पड़ रहा है। ईस्टांप बनना बंद होने से लोगों को बैंकों में परेशान हो रहे है।
ई-स्टाम्प योजना को संचालित करने वाली कंपनी के साथ सरकार का अनुबंध खत्म होने के बाद सेवा ठप्प हो गई है। इससे आमजन को परेशानी उठानी पड़ रही है।
ई-स्टांप
शपथपत्र, वसीयत, इकरारनामा, विक्रय पत्र, गिफ्ट डीड, लेन-देन, किराया आदि के सभी दस्तावेजों के लिए ई-स्टाम्प मान्य है। अब तक ५०, १००, ५००, १००० रुपए स्टाम्प पेपर मिलता था, लेकिन किसी को २०५ रुपए का स्टाम्प खरीदना था तो भी उसे २५० अथवा ३०० रुपए का स्टाम्प खरीदना पड़ता था। इससे लोगों को अधिक राशि खर्च करना पड़ रहा थी, लेकिन ई-स्टाम्प में अधिक रुपए का स्टाम्प खरीदने की आवश्यता नहीं थी।
काटने पड़ रहे चक्कर
अब अगर किसी को रजिस्ट्री अथवा अन्य सरकार कामों के लिए राजस्व जमा कराने के लिए ५४०० के स्टाम्प खरीदने हैं तो बाजार में पांच हजार का स्टाम्प उपलब्ध है, लेकिन ४०० रुपए ईग्रास चालान से बैक में जमा कराने होंगे। अब बैकों के चक्कर काटने पड़े रहे हैं।
ई-स्टाम्प से फायदेे
जिस कीमत का ई-स्टाम्प चाहिए, उसी कीमत का स्टाम्प मिल जाता था। इससे स्टांप खरीद में होने वाली जालसाजी पर लगाम लगी थी। यह पुरानी तारीख में जारी नहीं किया जा सकता था। जालसाजी पर लगाम लगी थी। ई-स्टाम्प से कागज, प्रिटिंग, स्याही व अन्य खर्चे की भी बचत होती है।
–ई स्टाम्प व्यवस्था बंद कर दी है। वर्तमान में स्टाम्प वेंडर छपे स्टाम्प विक्रय कर रहे हैं। सरकार के आगामी निर्देशों के बाद ही ई-स्टाम्प सेवा शुरु हो सकेगी।।
अशोक कुमार मीणा, डीआइजी स्टाम्प, कोटा
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