अपराध में आई कमी-
जिले में कोरोना वायरस के लॉकडाउन के चलते कुल 27 थानों में से चार शहरी इलाके के थाने है। इन थानों में कोरोना काल में अपराध पूरी तरह से घट गए। लॉकडाउन के बाद दर्ज मामलों में कमी के बाद पुलिस भी कानून व्यवस्था में पूरी तरह से ध्यान दे पाई है। इसी कारण से सख्ती व वाहन जब्तगी के कारण लोग घरों में घुसे हुए है। पुलिस अगर थानों में दर्ज आपराधिक मामलों में उलझती तो निश्चित रुप से कानून व्यवस्था प्रभावित हो सकती थी।
जिले में कोरोना वायरस के लॉकडाउन के चलते कुल 27 थानों में से चार शहरी इलाके के थाने है। इन थानों में कोरोना काल में अपराध पूरी तरह से घट गए। लॉकडाउन के बाद दर्ज मामलों में कमी के बाद पुलिस भी कानून व्यवस्था में पूरी तरह से ध्यान दे पाई है। इसी कारण से सख्ती व वाहन जब्तगी के कारण लोग घरों में घुसे हुए है। पुलिस अगर थानों में दर्ज आपराधिक मामलों में उलझती तो निश्चित रुप से कानून व्यवस्था प्रभावित हो सकती थी।
इन मुदकमों की संख्या घटने से कोरोना काल में पुलिस ने भी राहत की संास ली। वह मुस्तैदी से लॉकडाउन में कानून व्यवस्था संभालते हुए जिले के एक दर्जन नाकों पर ड््यूटी दे रही है। बड़े अपराध वर्तमान में नदारद है। हर तरफ पुलिस की नाकाबंदी होने से अपराधी बाहर नहीं आ पा रहे हैं। वरना तो पिड़ावा जैसे कस्बों में मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में कई बार पुलिस पर फायर कर नाकाबंदी तोड़कर अपराधी भागने में कामयाब हुए है। जिसमें दो बार तो पुलिस पर फायर भी कर चुके हैं। लेकिन हर गली मोहल्लों में भी पुलिस खड़ी होने से अपराधियों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल पा रहा है।
इतने ही मामले हुए दर्ज-
लॉक डाउन के चलते इन दिनों जिले के सभी थानों में अपराध में खासी कमी आई है। जिलेभर में 22 से 31 मार्च तक मात्र 67 मुकदमें दर्ज हुए है। जबकि इससे पहले प्रतिदिन 25 से लेकर 35 तक मामले दर्ज हो रहे थे। ऐसे में मार्च में औसतन एक दिन में 7 मामले ही दर्ज हुए है। जबकि एक माह में औसतन जिलेभर के थानों में करीब 750 मामले दर्ज होते है।
ऐसे समझे मुकदमों का गणित-
– जिले में कुल थाने- 27
– शहरी सीमा के थाने-4
-कोरोना काल से पूर्ण तक जिले में प्रतिदिन दर्ज होने वाले मुकदमों की संख्या करीब 25-35
– लॉक डाउन के बाद प्रतिदिन मुकदमा की संख्या- करीब 7
– जिले में कुल थाने- 27
– शहरी सीमा के थाने-4
-कोरोना काल से पूर्ण तक जिले में प्रतिदिन दर्ज होने वाले मुकदमों की संख्या करीब 25-35
– लॉक डाउन के बाद प्रतिदिन मुकदमा की संख्या- करीब 7
हां अपराध में कमी आई है-
हां जिले में कोरोना वायरस के चलते दर्ज होने वाले मामलों में कमी तो आई है। हर माह करीब 7 सौ मामले दर्ज होते हैं। लेकिन अभी जब सभी लोग घरों में बंद है। एक दूसरे से नहीं मिल पाते हैं तो झगड़े भी नहीं होते हैं। जो आदतन अपराधी है वह भी बाहर नहीं निकल पा रहे हैं इसलिए लॉकडाउन में मामले कम ही दर्ज हुए है।
राममूर्ति जोशी, जिला पुलिस अधीक्षक, झालावाड़
हां जिले में कोरोना वायरस के चलते दर्ज होने वाले मामलों में कमी तो आई है। हर माह करीब 7 सौ मामले दर्ज होते हैं। लेकिन अभी जब सभी लोग घरों में बंद है। एक दूसरे से नहीं मिल पाते हैं तो झगड़े भी नहीं होते हैं। जो आदतन अपराधी है वह भी बाहर नहीं निकल पा रहे हैं इसलिए लॉकडाउन में मामले कम ही दर्ज हुए है।
राममूर्ति जोशी, जिला पुलिस अधीक्षक, झालावाड़